Minor reached to sell kidney for mother’s treatment : दो दिन बाद मदर्स डे है और इस दिन दुनियाभर में मां की महिमा का बखान किया जाता है। हर किसी के लिए अपनी मां दुनिया की सबसे अच्छी मां होती है और ये अपने जज्बातों को ज़ाहिर करने का दिन होता है। लेकिन दीपांशु को इस दिन के बारे में कुछ नहीं मालूम..उसे तो बस ये मालूम है कि किसी तरह मां का इलाज करवाना है।
मां का इलाज करवाना है और इसके लिए पैसे जुटाना है और इसके लिए वो अपनी किडनी बेचने को तैयार हो गया। गया जिले का रहने वाले दीपांशु के पिता की मौत हो चुकी है और उसकी मां ने जैसे तैसे उसे बड़ा किया। होश संभालते ही उसने अपनी मां का साथ देने के लिए काम तलाशने शुरु कर दिया। नाबालिग दीपांशु रांची पहुंचा और वहां एक होटल में काम करने लगा। इसी बीच उसे पता चला कि उसकी मां के पैर टूट गए हैं।