तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने बिहार में विशेष गहन संशोधन (SIR) अभ्यास के खिलाफ विरोध के बीच बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि यह अभ्यास कमजोर और असहमत समुदायों के वोटरों को चुपचाप हटाने के लिए गलत तरीके से इस्तेमाल किया जा रहा है। स्टालिन ने दावा किया कि यह कदम भाजपा के पक्ष में संतुलन बनाने के लिए है।
स्टालिन ने कहा कि अगर हमें हरा नहीं सकते, तो हमें मिटाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश आग से खेलने जैसी है और इसका कड़ा जवाब दिया जाएगा। उन्होंने लोगों को लोकतंत्र का आधार बताते हुए हर लोकतांत्रिक हथियार से इस अन्याय का विरोध करने का वचन दिया।
SIR को लेकर देश भर में बहस
बिहार में चल रहे विशेष गहन संशोधन (SIR) ने देश में बड़ा विवाद पैदा कर दिया है। विपक्षी इंडिया गठबंधन का आरोप है कि यह कदम आने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बड़ी संख्या में वोटरों को हटाने की साजिश है। आज सुबह राजya सभा में कई विपक्षी सांसदों ने व्यवसाय स्थगन नोटिस देकर SIR पर चर्चा की मांग की।
संसद में चर्चा की हो रही मांग
पिछले चार दिनों से संसद की कार्यवाही में बार-बार व्यवधान हुआ है, जो 21 जुलाई से शुरू हुई थी। आज भी लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही नारेबाजी के कारण स्थगित कर दी गई। स्टालिन ने कहा कि यह सिर्फ एक राज्य का मामला नहीं, बल्कि हमारे गणतंत्र की नींव से जुड़ा है, और लोकतंत्र को चुराने नहीं दिया जाएगा।





