लोकसभा में आज से पहलगाम आतंकवादी हमले और इसके जवाब में भारत के सफल ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष चर्चा शुरू होगी। इस चर्चा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, अन्य वरिष्ठ मंत्री और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के शामिल होने की संभावना है। लोकसभा सचिवालय ने इसके लिए 16 घंटे का समय निर्धारित किया है, जिसके चलते यह चर्चा तीन दिनों तक चल सकती है।
चर्चा के दौरान विपक्ष अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मध्यस्थता संबंधी बयानों को लेकर सरकार पर निशाना साध सकता है। भारत सरकार ने स्पष्ट किया है कि पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (डीजीएमओ) के संपर्क के बाद ही सैन्य टकराव रोकने पर सहमति बनी थी। यह चर्चा भारत की आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई को रेखांकित करेगी।
9 घंटे का समय निर्धारित
राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर मंगलवार से चर्चा होगी, जिसके लिए 9 घंटे का समय निर्धारित है। दोनों सदनों में आतंकवाद के खिलाफ भारत के रुख को वैश्विक मंच पर ले जाने वाले बहुदलीय प्रतिनिधिमंडलों के सांसदों के भी इस चर्चा में भाग लेने की उम्मीद है। ऐसे सदन में चर्चा के दौरान माहौल गरमाने का पूरा आसार है।
पहला सप्ताह हंगामेदार रहा
संसद के मॉनसून सत्र का पहला सप्ताह हंगामेदार रहा, क्योंकि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इससे पहले उन्होंने विपक्ष द्वारा न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा को हटाने के नोटिस का उल्लेख किया था। विपक्ष ने सत्र के पहले दिन ऑपरेशन सिंदूर और बिहार में मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण पर चर्चा की मांग की थी, जिससे संसद की कार्यवाही प्रभावित हुई।





