संसद के मॉनसून सत्र के दसवें कार्यदिवस पर विपक्ष ने बिहार में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) पर चर्चा की मांग उठाई, जिसके चलते दोनों सदनों में कामकाज ठप रहा। विपक्षी इंडिया गठबंधन के दल इस मुद्दे पर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन सरकार इस पर चर्चा के पक्ष में नहीं दिख रही। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने पूर्व लोकसभा अध्यक्ष बलराम जाखड़ के एक फैसले का हवाला देते हुए कहा कि संसद निर्वाचन आयोग के कामकाज पर चर्चा नहीं कर सकती।
रिजिजू ने स्पष्ट किया कि एसआईआर निर्वाचन आयोग के कार्यक्षेत्र का हिस्सा है और संसद में इसकी चर्चा नियमों के अधीन आसन के फैसले पर निर्भर है। उन्होंने कहा कि संवैधानिक रूप से स्वायत्त निर्वाचन आयोग के मामले में सरकार का कोई मंत्री जवाब कैसे दे सकता है? विपक्ष ने आयोग पर सत्तारूढ़ भाजपा के इशारे पर काम करने और विपक्षी दलों के समर्थक मतदाताओं के नाम सूची से हटाने का आरोप लगाया है।
वोट चोरी का गंभीर आरोप
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने निर्वाचन आयोग पर वोट चोरी का गंभीर आरोप लगाया और दावा किया कि यह सब भाजपा के पक्ष में हो रहा है। 21 जुलाई से शुरू हुए मॉनसून सत्र में विपक्ष इस मुद्दे को लगातार उठा रहा है, जिससे संसद में गतिरोध बना हुआ है। इस कारण दोनों सदनों में विधायी कार्य बाधित हो रहे हैं।
कार्यवाही बाधित करने का आरोप
रिजिजू ने विपक्ष पर संसद की कार्यवाही बाधित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि संसद चलाने में भारी संसाधन और धन खर्च होता है, लेकिन विपक्ष के रवैये से यह बर्बाद हो रहा है। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल अन्य सदस्यों को महत्वपूर्ण मुद्दों पर सवाल उठाने या अपनी बात रखने का मौका नहीं दे रहे। रिजिजू ने कांग्रेस और उसके सहयोगियों से जनता से माफी मांगने की मांग की।





