Monsoon 2025 : इस साल समय से पहले होगी केरल में मानसून की एंट्री! पढ़िए मौसम विभाग का ताजा पूर्वानुमान

आमतौर पर केरल में मानसून एक जून को दस्तक देता है लेकिन इस बार दक्षिण-पश्चिम मानसून के 27 मई को केरल पहुंचने की संभावना है।

Monsoon Update Today : एक तरफ देश के अधिकतर राज्यों में मई में बारिश और आंधी का दौर देखने को मिल रहा है वही दूसरी तरफ भारतीय मौसम विभाग ने मानसून 2025 को लेकर बड़ा अपडेट दिया है। मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि इस बार दक्षिण पश्चिमी मानसून 5 दिन पहले यानि 27 मई को केरल पहुंच सकता है।

आमतौर पर केरल में मानसून 1 जून तक पहुंचता है, लेकिन इस बार इसके 5 दिन पहले पहुंचने की उम्मीद है। इसके बाद अन्य राज्यों में जून जुलाई के बीच प्रवेश करेगा। इससे पहले साल 2009 में मानसून ने केरल में 23 मई को दस्तक दी थी।इससे पहले पिछले साल 31 मई 2024 को मानसून ने एंट्री की थी।2023 में 8 जून, 2022 में 29 मई, 2021 में 3 जून और 2020 में 1 जून को पहुंचा था।

इस बार 4 महीने अच्छी बारिश होने की उम्मीद

आमतौर पर दक्षिण पश्चिम मानसून एक जून को केरल पहुंचकर जुलाई के पहले हफ्ते तक पूरे भारत को कवर कर लेता है। इसके बाद सितंबर से मानसून भारत के उत्तर पश्चिमी इलाकों से विदाई लेना शुरू कर देता है और 15 अक्तूबर तक पूरी तरह से विदा हो जाता है। भारत में इस साल चार महीने के मानसून के मौसम में सामान्य से ज्यादा बारिश होने की उम्मीद है। इस दौरान 105 प्रतिशत बारिश हो सकती है, जो औसत बारिश 87 सेंटीमीटर से ज्यादा है।

राज्यों में कब पहुंचेगा मानसून?

बता दे कि  केरल में दस्तक देने के बाद दक्षिण-पश्चिम मानसून तमिलनाडु ,कर्नाटक, तेलंगाना,आंध्र प्रदेश और असम में अलग अलग तारीखों पर पहुंचता है। इसके बाद बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ ,ओडिशा, यूपी , अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, हिमाचल, उत्तराखंड नगालैंड, मेघालय, मिजोरम, मणिपुर जैसे राज्यों में जून के दूसरे तीसरे हफ्ते तक एंटर करता है। हालांकि दिल्ली-एनसीआर हरियाणा पंजाब और राजस्थान में 25-30 जून के आसपास मानसून पहुंचता है। इस साल इन राज्यों में मानसून की एंट्री कब होगी, इसके लिए फिलहाल देशवासियों को मौसम विभाग के नए अपडेट तक का इंतजार करना पड़ेग।


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Pooja Khodani

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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