भारत का हर एक शहर अलग-अलग महत्व के लिए जाना जाता है। देश के चारों कोनों में स्थित शहर विकास को लेकर अपनी अलग-अलग भूमिका निभाते हैं। जिसमें न केवल सरकार की साझेदारी होती है, बल्कि आम जनता भी अपना अहम योगदान देते हैं। कुछ शहर सांस्कृतिक धरोहर के रूप में प्रसिद्ध है, तो कुछ शहरों को शिक्षा का गढ़ माना जाता है। कुछ शहर अपने साथ इतिहास समेटे हुए हैं, तो कुछ शहर उद्योगों के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। कुछ शहर ऐसे हैं, जहां लोगों को रोजगार मिलता है। तो कुछ शहर ऐसे हैं, जहां लोग अपने सपनों को उड़ान देने के लिए पहुंचते हैं।
इससे पहले हम आपको भारत के सबसे बड़े शहर से रूबरू करवा चुके हैं, लेकिन आज हम आपको उस शहर के बारे में बताने जा रहे हैं जो देश का सबसे गंदा शहर है।

भारत का सबसे गंदा शहर
दरअसल, हाल ही में देश में स्वच्छ और गंदे शहर को लेकर सर्वेक्षण किया जाता है, जिनमें कुछ नए नाम जोड़ने हैं, तो कुछ ऐसे नाम होते हैं, जो लिस्ट से बाहर हो जाते हैं। स्वच्छता सर्वेक्षण में मध्य प्रदेश का इंदौर साल 2021 से 2030 तक देश का सबसे साफ शहर रहा है। इस लिस्ट में नवी मुंबई, विशाखापट्टनम जैसे शहरों का नाम भी शामिल है। लेकिन आज हम आपको भारत के सबसे गंदे शहर के बारे में बताएंगे। इसके बारे में आपने कभी सोचा भी नहीं होगा। यह प्रश्न सुनकर आपके मन में यूपी या फिर बिहार का नाम आया होगा, लेकिन जवाब इन सब से हटकर है।
हावड़ा (Howrah)
स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 के अनुसार, पश्चिम बंगाल का हावड़ा भारत का सबसे गंदा शहर बना है। ऐसे तो यह शहर हुगली नदी के किनारे बसा हुआ है, जहां सालों भर टूरिस्ट आते-जाते हैं। लेकिन सबसे गंदे शहरों की लिस्ट में टॉप पर आना यहां के लोगों के लिए बहुत ही चिंता जनक है। हावड़ा का नाम सुनते ही बिना किसी पिलर के बना वह ब्रिज दिमाग में आ जाता है, जो शहर की खूबसूरती में चार चांद लगाता है।
ये शहरें भी हैं शामिल
स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 की लिस्ट में हावड़ा के अलावा, कल्याणी, मध्यमग्राम, कृष्णा नगर, आसनसोल, रिश्रा, बिधाननगर, कचरापारा, कोलकाता और घाटपारा भी शामिल हैं।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है।)