बताइए, क्या आपने कभी यह सोचा है कि क्या आने वाले समय में भारत ही दुनिया के भविष्य की चाबी हो सकता है? दरअसल प्रसिद्ध भविष्यवक्ता नास्त्रेदमस की रहस्यमय भविष्यवाणियां (mysterious prophecy) इसपर सोचने पर मजबूर करती है। इस भविष्यवाणी ने सदियों से लोगों को हैरत में डाला हुआ हैं। वहीं अब एक बार फिर उनकी एक भविष्यवाणी बेहद सच होती हुई नजर आ रही है।
दरअसल उन्होंने एक भविष्यवाणी की थी कि ‘समुद्र के नाम वाला एक धर्म तेजी से चंद्रमा आधारित धर्म पर हावी हो जाएगा।’ आपको बता दें कि इस भविष्यवाणी (mysterious prophecy) को कई बार हिंदू धर्म और इस्लाम धर्म से जोड़ा गया है। यदि ऐसा है तो क्या यह संभव है कि आने वाले भविष्य में हिंदू धर्म का प्रभाव वैश्विक स्तर पर फैल जाएगा? और क्या समुद्र का अर्थ है सनातन? यदि ऐसा है तो क्या सनातन का प्रभाव वैश्विक स्तर पर होगा?
कौन होगा भारत का वह नेता ? जो बदल देगा विश्व का भविष्य ?
वहीं जैसे-जैसे 2025 करीब आ रहा है, एक और सवाल दुनिया के मन में उठने लगा है। दरअसल नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी के अनुसार तीसरा विश्व युद्ध 2012 से 2025 के बीच में बताया गया है और गौरतलब है कि इजराइल और ईरान के बीच तनाव ने दुनिया पर तीसरे विश्व युद्ध पर सोचने को मजबूर कर दिया है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी (mysterious prophecy) कहीं न कहीं सच होती हुई नजर आ रही है? अगर ऐसा है तो क्या दुनिया में तीसरा विश्व युद्ध शुरू होने वाला है?
तीसरे विश्व युद्ध में भारत निभाएगा महत्वपूर्ण भूमिका
वहीं नास्त्रेदमस की भाष्यवाणी के मुताबिक भारत न सिर्फ अपनी सांस्कृतिक और धार्मिक शक्ति से, बल्कि एक बड़े नेता के उभार से भी दुनिया को आश्चर्यचकित करने वाला है। बता दें कि नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियों (mysterious prophecy) में तीसरे विश्व युद्ध को लेकर एक दिलचस्प बात बताई गई है उनके अनुसार भारत ही इस विनाशकारी युद्ध को रोकने में अहम भूमिका निभाएगा। तो अब यह सवाल उठने लगा है कि क्या भारत वह राष्ट्र बन रहा है जो इस महाविनाश से दुनिया को बचाकर शांति के पथ पर ले जाएगा?
“तीनों तरफ से समुद्र से घिरे देश” से एक महान नेता का होगा उदय
दरअसल नास्त्रेदमस की सबसे आश्चर्यजनक भविष्यवाणियों में से एक देखें तो यह भी है कि “तीनों तरफ से समुद्र से घिरे देश” से एक महान नेता का उदय होगा। वहीं अगर हम भारत पर नजर डालें, तो भारत तीन ओर से समुद्र से घिरा हुआ है, और यहां गुरुवार का दिन भी विशेष महत्व रखता है—जो इस भविष्यवाणी को और भी सत्य की और ले जाता है। वहीं नास्त्रेदमस के अनुसार, यह महान नेता पहले से ही राजनीति में सक्रिय होगा है, और धीरे-धीरे उसकी पहचान एक ऐसे नेता के रूप में हो जाएगी, जो भविष्य में दुनिया की दिशा बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। हालांकि अब यह भविष्यवाणी किसकी और इशारा कर रही है इसपर चर्चाएं की जा रही है।