NEET PG 2023 : 5 मार्च को ही होगी परीक्षा, सुप्रीम कोर्ट ने ख़ारिज की याचिका

Atul Saxena
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NEET PG 2023 Exam : नीट पीजी 2023 की परीक्षा में शामिल हो रहे मेडिकल स्टूडेंट्स के लिए अच्छी खबर है, इस साल होने वाली परीक्षा निर्धारित तारीख 5 मार्च को हो होगी, सुप्रीम कोर्ट ने परीक्षा को स्थगित कर इसकी तारीख आगे बढ़ाने वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए उसे ख़ारिज कर दिया।

NBEMS की तरफ से ASG ने रखी ये दलील 

National Board of Examinations in Medical Sciences यानि NBEMS द्वारा इस साल आयोजित की जाने वाली NEET PG 2023 परीक्षा पिछले दिनों घोषित की गई तारीख 5 मार्च 2023 होगी। परीक्षा स्थगित करने वाली याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई, NBEMS की तरफ से पेश हुए ASG ने कहा कि अब नीट पीजी परीक्षा 2023 के एडमिट कार्ड भी जारी हो चुके हैं ऐसे में परीक्षा को स्थगित कर उसकी तारीख आगे बढ़ाया जाना उचित नहीं होगा, कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद याचिका को ख़ारिज कर दिया है।

NEET PG 2023 को मई जून में करने की हो रही थी मांग 

आयुर्विज्ञान में राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड (NBEMS) द्वारा पोस्ट-ग्रेजुएशन लेवल की डिग्री (MD, MS ) और डिप्लोमा कोर्सेस में वर्ष 2023-24 के दौरान एडमिशन के लिए उम्मीदवारों के चयन के लिए आयोजित की जाने वाली प्रवेश परीक्षा नीट पीजी 2023 के आयोजन की तिथि इस साल 5 मार्च 2023  निर्धारित की गई है, एक वर्ग इसे निर्धारित तारीख 5 मार्च से दो-तीन माह  आगे यानि मई जून में ले जाने की मांग कर रहा था और इसी के लिए सुप्रीम कोर्ट में उन्होंने एक याचिका दाखिल की थी।

24 फरवरी को भी हुई थी इस मामले की सुनवाई

नीट पीजी 2023 (NEET PG 2023) को स्थगित किए जाने की मांग वाली इस याचिका पर इससे पहले 24 फरवरी 2023 को भी सुनवाई हुई थी। मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति एस. रवींद्र भट्ट और न्यायमूर्ति दीपांकर दत्त की पीठ मरण हो रही थी, मामले की सुनवाई करते हुए पीठ ने NBEMS को निर्देश दिए थे कि मांगी गई सूचनाओं और उम्मीदवारों के समाधान के साथ अपना पक्ष रखें। इसके बाद सुनवाई को सोमवार 27 फरवरी तक के लिए टाल दिया गया था। जिसमें आज सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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