अचानक उपराष्ट्रपति के पद से इस्तीफा देकर जगदीप धनखड़ चर्चा में आ गए हैं। दरअसल, स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए जगदीप धनखड़ ने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंपा। इस इस्तीफे में उन्होंने कहा कि वह तत्काल प्रभाव से अपने पद को छोड़ रहे हैं। डॉक्टर की सलाह पर उन्होंने इस्तीफा देने का निर्णय लिया है। जैसे ही उन्होंने इस्तीफा दिया, राजनीति में हलचल पैदा हो गई। सोशल मीडिया पर चर्चाएं शुरू हो गईं और जगदीप धनखड़ का नाम चर्चा में आ गया। लेकिन क्या आप जानते हैं कि उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने वाले जगदीप धनखड़ की कुल नेटवर्थ कितनी है? वह कुल कितनी संपत्ति के मालिक हैं? अगर आप यह नहीं जानते तो आज हम आपको इसकी जानकारी दे रहे हैं।
दरअसल, उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद राजनीति में बड़ी हलचल देखने को मिली। विपक्ष के नेताओं की तरफ से तरह-तरह के बयान दिए गए। अपने कार्यकाल के दौरान उपराष्ट्रपति ने कई बड़े बयान दिए, जिसके चलते वह हमेशा सुर्खियों में बने रहे।
कुल कितनी संपत्ति के मालिक हैं जगदीप धनखड़?
जगदीप धनखड़ की कुल नेटवर्थ पर नजर डालें तो यह लगभग 7.8 करोड़ रुपए आंकी गई है, जिसमें चल संपत्ति 4.5 करोड़ रुपए से ज्यादा की है, जबकि अचल संपत्ति की कीमत 3.3 करोड़ रुपए के आसपास आती है। अगर जगदीप धनखड़ की सैलरी पर नजर डालें तो उपराष्ट्रपति के तौर पर उन्हें केंद्र सरकार द्वारा तय वेतन और भत्ते मिलते थे, जिसमें चार लाख रुपये मासिक वेतन दिया जाता था। इसके अलावा सरकारी आवास, मेडिकल सुविधा, ट्रैवल अलाउंस, स्टाफ और सचिवीय सहायता के अलावा सुरक्षा सुविधा में ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा दी जाती थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उपराष्ट्रपति के तौर पर जगदीप धनखड़ को हर दिन लगभग 18,461 रुपए की सैलरी मिलती थी।
इनकम सोर्स पर डालें नजर
भारत के उपराष्ट्रपति को राष्ट्रपति भवन के नियमों और भारत सरकार द्वारा निर्धारित राज्यसभा के अध्यक्ष के तौर पर सैलरी और अलाउंस “ऑफिसर्स ऑफ पार्लियामेंट एक्ट 1953” के अंतर्गत दी जाती है। बता दें कि जब जगदीप धनखड़ उपराष्ट्रपति के पद पर थे तो वह नई दिल्ली स्थित चर्च रोड पर बने आधिकारिक वाइस प्रेसिडेंट एन्क्लेव में रह रहे थे। यह प्रॉपर्टी लगभग 6.48 एकड़ में फैली हुई है। अगर जगदीप धनखड़ के इनकम सोर्स पर नजर डाली जाए तो इनमें खास तौर पर कृषि और जमीन से जुड़ी आय है, जबकि अन्य आय में किराया, पेंशन और बैंक डिपॉजिट के अलावा लीगल प्रैक्टिस के तौर पर भी उन्हें इनकम होती है।





