MP Breaking News
Thu, Dec 18, 2025

सावन के अंतिम दिन रक्षाबंधन पर दिल्ली-एनसीआर में बारिश और ट्रैफिक का कहर, पढ़ लें ट्रैफिक एडवाइजरी

Written by:Vijay Choudhary
Published:
सावन के अंतिम दिन रक्षाबंधन पर दिल्ली-एनसीआर में बारिश और ट्रैफिक का कहर, पढ़ लें ट्रैफिक एडवाइजरी

दिल्ली-एनसीआर में सावन के अंतिम दिन रक्षाबंधन का पर्व और वीकेंड एक साथ पड़ने के कारण लोगों की मुश्किलें कई गुना बढ़ गई हैं। रात से ही हो रही मूसलधार बारिश ने राजधानी को पूरी तरह से तर-बतर कर दिया है। सुबह होते ही दिल्ली के कई इलाकों में जलजमाव की स्थिति बन गई, जिससे आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। त्योहार की सुबह जहां लोगों को अपने भाई-बहनों से मिलने की खुशी थी, वहीं बारिश और जाम ने इस उत्साह पर पानी फेर दिया।

दिल्ली पुलिस की एडवाइजरी: मेट्रो और पब्लिक ट्रांसपोर्ट को दें प्राथमिकता

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने रक्षाबंधन और वीकेंड को देखते हुए एडवाइजरी जारी की है। पुलिस ने अपील की है कि लोग अपने ट्रैवल की योजना पहले से बनाएं और निजी वाहनों के बजाय मेट्रो या अन्य सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करें। विशेष रूप से उन लोगों से, जो नेशनल हाईवे-44 के जरिए करनाल, पानीपत, सोनीपत और चंडीगढ़ की ओर जाने की योजना बना रहे हैं, उन्हें वैकल्पिक मार्गों का चयन करने की सलाह दी गई है। पुलिस का कहना है कि भारी ट्रैफिक की संभावना के चलते जाम से बचना तभी संभव है जब लोग समय रहते प्लान करें।

NH-44 और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर भारी ट्रैफिक जाम

रक्षाबंधन से एक रात पहले यानी 8 अगस्त को दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर जबरदस्त ट्रैफिक जाम देखने को मिला। गाड़ियाँ घंटों तक रेंगती रहीं और कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया। वहीं NH-44 और सिंघू बॉर्डर के जरिए हरियाणा और पंजाब की ओर जाने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस मार्ग पर ट्रैफिक का दबाव पहले से अनुमानित था, जिसके चलते पुलिस ने वैकल्पिक रूट अपनाने की सलाह दी है।

नोएडा और गाजियाबाद में भी जाम से राहत नहीं

दिल्ली से सटे नोएडा और गाजियाबाद में भी हालात कुछ अलग नहीं रहे। नोएडा एक्सटेंशन, चार मूर्ति चौक और सेक्टर-37 अड्डा सहित कई स्थानों पर घंटों तक जाम लगा रहा। बस स्टैंडों पर भारी भीड़ देखने को मिली, जहां लोग पैदल चलकर अपने गंतव्य तक पहुंचने की कोशिश करते दिखे। बारिश के चलते सड़कें फिसलन भरी हो गई थीं, जिससे स्थिति और भी जटिल हो गई।