बेंगलुरु में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने शनिवार को बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने पाकिस्तान के पांच लड़ाकू विमानों को मार गिराया। इसके अलावा, एक बड़े विमान, जो संभवतः एक ELINT या AEW&C विमान था, को 300 किलोमीटर की दूरी से नष्ट किया गया। यह अब तक का सबसे लंबी दूरी का सतह-से-हवा मारक रिकॉर्ड है। उन्होंने यह भी बताया कि पाकिस्तान के शहबाज जैकोबाबाद हवाई अड्डे पर F-16 हैंगर का आधा हिस्सा नष्ट हो गया, जिसमें कुछ विमान क्षतिग्रस्त हुए होंगे।
ऑपरेशन सिंदूर भारत द्वारा 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया था। इस ऑपरेशन में भारतीय सेना ने 7 मई की सुबह पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों पर हमला किया, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए। चार दिनों तक ड्रोन, मिसाइल और लंबी दूरी के हथियारों से हमले और जवाबी हमले चले, जिसके बाद 10 मई को दोनों पक्षों ने सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति जताई।
सफलता का प्रमुख कारण राजनीतिक इच्छाशक्ति
एयर चीफ मार्शल सिंह ने बताया कि इस ऑपरेशन की सफलता का एक प्रमुख कारण मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति थी। उन्होंने कहा कि सेनाओं को स्पष्ट निर्देश दिए गए थे और कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया। हमलों को सुनियोजित और संयमित तरीके से अंजाम दिया गया, जिसमें तीनों सेनाओं के बीच बेहतर तालमेल देखा गया। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) ने भी सभी एजेंसियों को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणालियों को भारी नुकसान
सिंह ने कहा कि इस 80-90 घंटे की हाई-टेक युद्ध में भारत ने पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणालियों को भारी नुकसान पहुंचाया। इससे पाकिस्तान को यह स्पष्ट हो गया कि यदि युद्ध जारी रहा तो उसे और अधिक नुकसान उठाना पड़ेगा। ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल आतंकी ठिकानों को नष्ट किया, बल्कि भारत की सैन्य ताकत और रणनीतिक परिपक्वता को भी प्रदर्शित किया।





