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Wed, Dec 17, 2025

भारतीय मिसाइलों के खौफ से भागी पाकिस्तानी नेवी, ऑपरेशन सिंदूर के वक्त वॉरशिप ईरान बॉर्डर के पास छिपाए

Written by:Vijay Choudhary
Published:
भारतीय मिसाइलों के खौफ से भागी पाकिस्तानी नेवी, ऑपरेशन सिंदूर के वक्त वॉरशिप ईरान बॉर्डर के पास छिपाए

6 और 7 मई 2025 की रात भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों पर एक साथ धावा बोला। इस कार्रवाई में सौ से ज्यादा आतंकियों को ढेर कर दिया गया। यह पूरी कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर के नाम से की गई थी। भारतीय हमलों के बाद पाकिस्तान ने भारतीय शहरों को निशाना बनाने की नाकाम कोशिश भी की, लेकिन सफल नहीं हो सका। इसके उलट भारतीय सेना ने लगातार जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान को हिला कर रख दिया।

पाकिस्तानी नौसेना ने वॉरशिप क्यों हटाए?

एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय मिसाइल हमलों की आशंका से पाकिस्तान की नौसेना इतनी दहशत में आ गई कि उसने अपने युद्धपोत कराची के नौसैनिक अड्डे से हटा दिए। सैटेलाइट तस्वीरें दिखाती हैं कि पाक नौसेना ने अपने जहाजों को व्यावसायिक टर्मिनलों और ग्वादर के पश्चिमी बंदरगाह की तरफ शिफ्ट कर दिया। ये इलाका ईरान बॉर्डर से महज 100 किलोमीटर की दूरी पर है। विश्लेषकों का कहना है कि यह पाकिस्तान की कमजोरी और डर को उजागर करता है।

मैक्सार की सैटेलाइट तस्वीर से बड़ा खुलासा

अमेरिकी स्पेस टेक्नोलॉजी कंपनी मैक्सार ने जो तस्वीरें जारी कीं, उनमें साफ दिखाई देता है कि कराची के नौसैनिक यार्ड खाली कर दिए गए थे। युद्धपोतों को हटाकर व्यावसायिक टर्मिनलों पर डाला गया। कुछ जहाजों को ग्वादर के पश्चिमी हिस्से में खड़ा किया गया। यह पूरा इलाका भारत की सीधी मारक क्षमता से बचाने की कोशिश में चुना गया था

भारत की कार्रवाई से दहशत में पाकिस्तान

ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद पाकिस्तान न केवल सैन्य स्तर पर बैकफुट पर चला गया बल्कि कूटनीतिक स्तर पर भी कमजोर हुआ। भारतीय सेना ने आतंकियों की रीढ़ पर सीधा वार किया। पाकिस्तान की ओर से जबावी कार्रवाई नाकाम रही। परिणाम यह हुआ कि पाकिस्तान ने आखिरकार सीजफायर की गुहार लगाई।

रक्षा विशेषज्ञों की राय

रक्षा विशेषज्ञ मानते हैं कि पाकिस्तानी नौसेना की यह हरकत उनकी रणनीतिक कमजोरी को दर्शाती है। रक्षा विश्लेषकों ने कहा कि- “सैटेलाइट तस्वीर से साफ है कि पाकिस्तान अपनी नेवी को सुरक्षित रखने के लिए उन्हें ईरान सीमा के पास ले गया। यह दिखाता है कि भारत की मारक क्षमता और मिसाइल शक्ति से पाकिस्तान कितना डरा हुआ था।” कई विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान की नौसेना में युद्ध की स्थिति का सामना करने की पर्याप्त तैयारी नहीं थी। इसी कारण उसे “सेफ जोन” की तलाश करनी पड़ी।

आतंकी गतिविधियों पर भी जारी रहा प्रहार

ऑपरेशन सिंदूर के बाद भी पाकिस्तान की तरफ से आतंकियों ने कई बार घुसपैठ की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना ने हर बार उसे नाकाम किया। सीमा पर सतर्कता बढ़ा दी गई और कई आतंकियों को मार गिराया गया। ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने की कार्रवाई नहीं थी, बल्कि इसने पाकिस्तान को यह भी संदेश दिया कि भारत के पास किसी भी मोर्चे पर जवाब देने की पूरी क्षमता है। पाकिस्तानी नेवी का अपने युद्धपोतों को ईरान बॉर्डर के पास छिपाना इस बात का सबूत है कि भारत की मिसाइल ताकत और ऑपरेशनल क्षमता से पाकिस्तान किस हद तक डरा हुआ था। आज भी रक्षा विशेषज्ञ मानते हैं कि इस ऑपरेशन ने भारतीय सेना की रणनीतिक बढ़त को और मजबूत किया और पाकिस्तान को वैश्विक मंच पर कमजोर साबित किया।