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Mon, Dec 8, 2025

ओवैसी का ट्रंप पर हमला भारत पर अतिरिक्त 25% टैरिफ लगाना ‘गुंडागर्दी’, मोदी सरकार की चुप्पी पर भी उठाए सवाल

Written by:Mini Pandey
आदित्य ठाकरे ने भी केंद्र सरकार की विदेश नीति पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि एक ओर सरकार लोगों से चीन का बहिष्कार करने को कहती है, लेकिन खुद सरकारी प्रतिनिधिमंडलों को वहां भेजती है
ओवैसी का ट्रंप पर हमला भारत पर अतिरिक्त 25% टैरिफ लगाना ‘गुंडागर्दी’, मोदी सरकार की चुप्पी पर भी उठाए सवाल

AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत से आयात होने वाले सामान पर अतिरिक्त 25 प्रतिशत टैरिफ लगाए जाने को लेकर कड़ा विरोध जताया है। उन्होंने ट्रंप को “बफून-इन-चीफ” (मूर्ख प्रमुख) बताते हुए कहा कि यह कूटनीति नहीं, बल्कि सीधी-सी गुंडागर्दी है। ओवैसी ने कहा कि अब कुल टैरिफ 50 प्रतिशत हो गया है, जो भारत के निर्यातकों, लघु व मध्यम उद्यमों और नौकरियों को बुरी तरह प्रभावित करेगा।

ओवैसी ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “ट्रंप ने भारत पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगा दिया, अब यह 50% हो गया है, क्योंकि हमने रूस से तेल खरीदा। यह कूटनीति नहीं है, बल्कि एक ऐसे मूर्ख की गुंडागर्दी है जिसे वैश्विक व्यापार की समझ नहीं है। उन्होंने पूछा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा नेता इस मुद्दे पर चुप क्यों हैं, और आरोप लगाया कि सरकार देश की रणनीतिक स्वतंत्रता को अमीर दोस्तों के लिए गिरवी रख चुकी है।

उन्होंने कहा कि इन टैरिफ का असर भारतीय निर्यातकों, MSME सेक्टर और मैन्युफैक्चरर्स पर पड़ेगा। इससे सप्लाई चेन बाधित होगी, विदेशी निवेश प्रभावित होगा और नौकरियों पर संकट आएगा। लेकिन, ओवैसी ने तंज कसा कि शायद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इससे फर्क नहीं पड़ता।

आदित्य ठाकरे ने केंद्र सरकार की विदेश नीति पर खड़े किए सवाल

शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के नेता आदित्य ठाकरे ने भी केंद्र सरकार की विदेश नीति पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि एक ओर सरकार लोगों से चीन का बहिष्कार करने को कहती है, लेकिन खुद सरकारी प्रतिनिधिमंडलों को वहां भेजती है और व्यापार जारी रखती है। ठाकरे ने यह भी पूछा कि जब पाकिस्तान के साथ तनाव है तो क्रिकेट संबंध क्यों कायम हैं, और क्यों सरकार छात्रों और व्यापारियों की समस्याओं पर कोई स्पष्ट रुख नहीं अपना रही है।

डोनाल्ड ट्रंप का  कार्यकारी आदेश

गौरतलब है कि 6 अगस्त को डोनाल्ड ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करते हुए भारत से आयात होने वाले उत्पादों पर 25 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क लगाने की घोषणा की। व्हाइट हाउस के मुताबिक, यह फैसला राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति संबंधी चिंताओं के चलते लिया गया, क्योंकि भारत द्वारा रूसी तेल का आयात अमेरिका के लिए “असाधारण खतरा” बन रहा है। यह टैरिफ 21 दिनों बाद प्रभावी होगा, हालांकि कुछ छूट और पहले से ट्रांजिट में मौजूद माल को इससे बाहर रखा गया है।