पाकिस्तान के हवाई अड्डा प्राधिकरण (PAA) को भारतीय एयरलाइंस के लिए हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण दो महीने से अधिक समय में 4.1 अरब रुपये का नुकसान हुआ है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, यह नुकसान 24 अप्रैल से 30 जून तक ओवरफ्लाइंग राजस्व में कमी के कारण हुआ। रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को नेशनल असेंबली को सूचित किया कि यह राशि कुल वित्तीय नुकसान नहीं, बल्कि राजस्व की कमी को दर्शाती है।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद ऐक्शन
पाकिस्तान और भारत ने 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद एक-दूसरे की एयरलाइंस के लिए अपने हवाई क्षेत्र बंद कर दिए थे। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। दोनों देशों के बीच तनाव तब और बढ़ गया जब भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया और पाकिस्तान के नियंत्रण वाले क्षेत्रों में आतंकी ढांचे को नष्ट कर दिया।
हवाई क्षेत्र बंद होने से ओवरफ्लाइट
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, भारतीय पंजीकृत विमानों के लिए हवाई क्षेत्र बंद होने से ओवरफ्लाइट और वैमानिकी शुल्क में कोई बदलाव नहीं हुआ है। हालांकि, इस बंद से पीएए को भारी राजस्व हानि हुई है। मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान का हवाई क्षेत्र भारतीय एयरलाइंस और विमानों को छोड़कर सभी के लिए खुला है। इसी तरह, भारतीय हवाई क्षेत्र में पाकिस्तानी वाहकों पर भी प्रतिबंध बना हुआ है। दोनों देशों के बीच यह प्रतिबंध आपसी तनाव के कारण लागू है, जिसका असर दोनों देशों की वायु परिवहन सेवाओं पर पड़ रहा है।





