रांची, डेस्क रिपोर्ट। पारा शिक्षकों (Para teacher) को एक बार फिर से बड़ा झटका लग सकता है। दरअसल उनके मानदेय मद (honorarium) की राशि (amount) में कटौती की जा सकती है। इस मामले में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय (Union education ministry) ने झारखंड शिक्षा परियोजना को पत्र लिखकर राशि कटौती की बात कही है। नवीन जानकारी के मुताबिक इसी महीने के अंदर केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के समग्र स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग के अधिकारियों की बैठक आयोजित की।
इससे पहले केंद्रीय शिक्षा मंत्री द्वारा झारखंड शिक्षा परियोजना को पत्र लिखकर पारा शिक्षकों के मानदेय में अगले वित्तीय वर्ष से वर्तमान में मानदेय में पांच फीसद राशि कम करने की बात कही गई है। पारा शिक्षकों के मानदेय में वर्ष 2021 में भी कटौती की गई थी। इससे पहले वित्तीय वर्ष में 932 केंद्र सरकार द्वारा पारा शिक्षकों के मानदेय के रूप में स्वीकृत किए गए थे।
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वहीं वर्तमान में केंद्र सरकार द्वारा पारा शिक्षकों के मानदेय के लिए वर्ष 2021-22 में इसके लिए 878 करोड रुपए स्वीकृत किए गए हैं। जो कि पिछले मानदेय स्वीकृति से ₹54 करोड़ रुपए कम है। इससे पहले झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल शिक्षकों को मानदेय में 50 फीसद और प्रशिक्षित शिक्षकों को मानदेय में 40 शब्द विधि का ऐलान झारखंड सरकार द्वारा किया गया था।
वही पारा शिक्षकों के मानदेय में राज्य सरकार द्वारा हर महीने ₹110 करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं। हालांकि जनवरी से पहले पारा शिक्षकों के मानदेय में हर महीने ₹79 करोड़ रुपए ही खर्च होते थे। हालांकि मानदेय वृद्धि के बाद इसमें ₹31 करोड़ रुपए की बढ़त महसूस की जाएगी। जानकारी के मुताबिक समग्र शिक्षा अभियान के तहत मानदेय के लिए राशि का 60% हिस्सा केंद्र सरकार द्वारा वहन किया 40% राज्य सरकार भुगतान करती है।