संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से शुरू हो रहा है और ये 21 अगस्त तक चलेगा इसमें कुल 21 बैठकें होंगी हालाँकि 13 अगस्त से 17 अगस्त तक दोनों सदनों में कोई बैठक नहीं होगी। इस सत्र में सरकार ने आठ नए बिल लाने की तैयारी कर ली है और इन्हें पारित कराने का प्रयास भी होगा लेकिन उधर कांग्रेस ने भी अभी से तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं, संभावना जताई जा रहे है कि अन्य सत्रों की तरह ये सत्र भी हंगामेदार होगा।
मानसून सत्र की शुरुआत होने में कुछ दिन ही शेष हैं और कांग्रेस ने अभी से अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं, कांग्रेस नेता जयराम रमेश की बातों से स्पष्ट हो रहा है कि इस सत्र में भी कांग्रेस सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी करने की तैयारी कर रही है, जयराम रमेश ने कहा कि संसद सत्र के सुचारू रूप से चलने के लिए सरकार और विपक्ष के बीच सहमति जरूरी है और ये जिम्मेदारी सरकार की होती है।
संसद में लोकतंत्र की शहनाई बजती है, एकतंत्र की तोप नहीं : जयराम
सरकार की तरफ से अचानक बिल पेश किए जाने का जिक्र कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि ये अफ़सोस की बात है कि 11 साल में जिस तरह से संसद में बुलडोजर चलाया जा रहा है अचानक बिल लाये जाते हैं और कहा जाता है कि अभी पास करो, बिना किसी विश्लेषण के, बिना किसी अध्ययन के और बातचीत भी नहीं होती है। उन्होंने कहा कि संसद में लोकतंत्र की शहनाई बजती है, यहाँ एकतंत्र की तोप नहीं चलाई जा सकती जयराम रमेश के रुख से साफ है कि कांग्रेस मानसून सत्र में सरकार के लिए मुश्किल खड़ी करने की पूरी तैयारी कर चुकी है।
ये विधेयक हो सकते हैं संसद में पेश
संसद के मानसून सत्र में केंद्र सरकार द्वारा आठ बिल पेश किये जाने की चर्चा है, सरकार भू-विरासत स्थल एवं भू-अवशेष (संरक्षण एवं रखरखाव) विधेयक 2025, खान एवं खान (विकास एवं विनियमन) संशोधन विधेयक 2025, राष्ट्रीय खेल प्रशासन विधेयक 2025 और राष्ट्रीय डोपिंग रोधी (संशोधन) विधेयक 2025, मणिपुर वस्तु एवं सेवा कर (संशोधन) विधेयक 2025, जन विश्वास (प्रावधानों में संशोधन) विधेयक 2025, भारतीय संस्थान प्रबंधन (संशोधन) विधेयक 2025, कराधान विधि (संशोधन) विधेयक 2025, गोवा राज्य के विधानसभा क्षेत्रों में अनुसूचित जनजातियों के प्रतिनिधित्व का पुनर्समायोजन विधेयक 2024, मर्चेंट शिपिंग विधेयक 2024, भारतीय बंदरगाह विधेयक 2025 और आयकर विधेयक 2025 को भी लोकसभा में पारित किए जाने की उम्मीद है।
‘SIR’ को लेकर हंगामा होने की संभावना
मानसून सत्र में बिहार की मतदाता सूची के रिवीजन को लेकर चलाए जा रहे विशेष अभियान ‘SIR’ को लेकर भी हंगामा होने के आसार हैं , विपक्ष इसे लेकर सरकार पर हमलावर है, बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले होने वाले इस सत्र का लाभ उठाते हुए विपक्ष सरकार को कठघरे में खड़ा कर सकता है
जब सरकार और विपक्ष के बीच आम सहमति होगी, तभी संसद ठीक से चलेगी और यह आम सहमति बनाने की ज़िम्मेदारी सरकार की होती है। ऐसा हर सरकार में होता आया है और हमने कई प्रधानमंत्रियों के कार्यकाल में ये होते देखा है।
लेकिन दुर्भाग्य से, पिछले 11 वर्षों में, जिस तरह से संसद में अचानक बिल… pic.twitter.com/BpEkjaV3V8
— Congress (@INCIndia) July 16, 2025
#WATCH दिल्ली: कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा, "… बिहार में चुनाव आयोग जो SIR करवा रहा है, असल बात ये है कि SIR के लिए लोक कल्याण मार्ग के निवासी जिम्मेदार हैं। लोगों के संवैधानिक हक को छीनने का प्रयास किया जा रहा है। दलित, आदिवासी, अल्पसंख्यक, महिला, पिछड़े वर्ग इससे बहुत… pic.twitter.com/OhJDwyd570
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 16, 2025





