PM Modi: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देवभूमि उत्तराखंड के दौरे पर हैं। उत्तराखंड की धरती से प्रधानमंत्री को विशेष प्रेम है और यह सवा 3 साल में उनका यहां पर 13वां दौरा है। बता दें कि पीएम मोदी यहां शीतकालीन यात्रा को नया आयाम देने के लिए पहुंचे हैं।
प्रधानंत्री गंगोत्री धाम के शीतकालीन गद्दी स्थल मुखवा पहुंचने वाले हैं। जहां वह माता गंगा का पूजन अर्चन करने के साथ हर्षिल में रखी गई एक जनसभा को संबोधित से करेंगे। जब उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दिल्ली प्रवास पर आए थे तब उन्होंने प्रधानमंत्री से मुलाकात कर राज्य में चल रही शीतकालीन यात्रा के संबंध में जानकारी दी थी। अब पीएम यहां पर्यटन को बढ़ावा देंगे।

पीएम मोदी का 13वां दौरा (PM Modi Uttarakhand Visit)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सवा 3 साल में कई बार उत्तराखंड दौरे पर जा चुके हैं। उनके इस मुखवा और हर्षिल दौरे को शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने और राज्य की संस्कृति तथा विरासत को सहेजने की दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। प्रधानमंत्री के इन स्थलों पर जाने के कारण शीतकालीन यात्रा को अपने आप नया आयाम मिलेगा।
उत्तराखंड में शीतकालीन यात्रा
बता दें कि उत्तराखंड सरकार ने पर्यटन की दृष्टि से इस बार शीतकालीन यात्रा की शुरुआत की है। इस बारे में मुख्यमंत्री धामी ने दिल्ली प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री से मुलाकात भी की थी। उन्होंने बताया था कि किस तरह से शीतकालीन यात्रा को लेकर नए कदम उठाए गए हैं। उन्होंने गद्दी स्थल और पर्यटन स्थल की यात्रा का अनुरोध भी किया था, जिसे पीएम ने स्वीकार किया था।
पहले भी आ चुके हैं उत्तराखंड
जैसा कि हमने आपको बताया कि ये 13वीं बार है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड के दौरे पर हैं। 5 नवंबर 2021 में केदारनाथ धाम में विभिन्न विकास कार्यक्रम के साथ गुरु शंकराचार्य के प्रतिमा के लोकार्पण से लेकर 28 जनवरी 2025 तक वह 12 बार उत्तराखंड का दौरा कर चुके हैं। 28 जनवरी को पीएम मोदी ने उत्तराखंड के देहरादून में राष्ट्रीय खेलों का उद्घाटन किया था।
उत्तराखंड को मिली कई परियोजनाएं
साल 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद उत्तराखंड को 2 लाख करोड रुपए की परियोजनाएं केंद्र सरकार द्वारा दिए जा चुकी है। पीएम के नेतृत्व में धामी सरकार ने राज्य को लेकर कई महत्वपूर्ण ऐतिहासिक निर्णय लिए। ये एकमात्र राज्य है जिसने स्वतंत्रता के बाद समान नागरिक संहिता लागू की है। इसके अलावा जबरन नामांतरण रोकना, नकल रोधी कानून जैसे महत्वपूर्ण कदम भी उठाए गए हैं।