प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी तृणमूल कांग्रेस पर कोलकाता के आरजी कर बलात्कार-हत्या मामले में दोषियों को संरक्षण देने का गंभीर आरोप लगाया। दुर्गापुर में 5000 करोड़ रुपये की तेल, गैस, बिजली, सड़क और रेल परियोजनाओं का शुभारंभ करने के दौरान पीएम ने अगले साल के विधानसभा चुनाव में अपनी प्रमुख प्रतिद्वंद्वी ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बंगाल में महिलाओं के खिलाफ हिंसक अपराध, विशेष रूप से पिछले साल अगस्त में आरजी कर अस्पताल में एक जूनियर डॉक्टर के साथ हुई बलात्कार और हत्या की घटना दुख और गुस्सा का कारण है।
मोदी ने तृणमूल पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि बंगाल तभी विकास कर सकता है जब उनकी भारतीय जनता पार्टी अगले साल का चुनाव जीते। उन्होंने बंगाल से अन्य राज्यों में नौकरी की तलाश में पलायन करने वाले लोगों और निवेश की कमी का हवाला देकर तृणमूल सरकार की विफलता को उजागर किया। इसके बाद उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे को उठाया जो ममता बनर्जी की हालिया चुनावी रणनीति का आधार रहा है। उन्होंने कहा, “‘मां, माटी, मानुष’ का नारा देने वाली पार्टी द्वारा महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार देखकर मुझे गहरा दर्द और गुस्सा होता है।”
दोषियों को बचाने में कोई कसर नहीं
प्रधानमंत्री ने आरजी कर मामले का जिक्र करते हुए कहा कि तृणमूल ने दोषियों को बचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। पिछले साल अगस्त में एक जूनियर डॉक्टर का शव अस्पताल परिसर में एक सेमिनार कक्ष में मिला था जिसके साथ बलात्कार और क्रूरता की गई थी। इस घटना ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन, आरोप-प्रत्यारोप और विवादों को जन्म दिया। तृणमूल पर मुख्य आरोपी संजय रॉय को बचाने और पुलिस पर साक्ष्य के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगा जिसे तृणमूल ने सिरे से खारिज कर दिया।
संजय रॉय बलात्कार और हत्या का दोषी
इस मामले में भारी दबाव के बाद जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दी गई। संजय रॉय को बलात्कार और हत्या का दोषी ठहराया गया और उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। हालांकि, पीड़िता के परिवार और ममता बनर्जी ने मृत्युदंड की मांग की थी। इस मामले में कोई अन्य गिरफ्तारी नहीं हुई। मोदी ने कहा कि इस तरह की घटनाएं बंगाल की प्रगति में बाधा हैं और मतदाताओं को अगले साल के चुनाव में इस पर विचार करना चाहिए।





