नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra modi) ने कोरोना (corona) को लेकर बुधवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक (virtual meeting) की। इस बैठक में पीएम मोदी ने ट्रैक, टेस्ट और ट्रीट की रणनीति अपनाने पर जोर दिया। बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (amit shah) भी शामिल थे, वहीं बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल बैठक में शामिल नहीं हुए।
इस बैठक में पीएम मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कहा कि जरूरी है कि हम अभी संभल जाएं, अन्यथा कोरोना और विकराल रूप ले सकता है। महाराष्ट्र, पंजाब, केरल सहित कई राज्यों में बढ़ रहे संक्रमण पर चिंता जताते हुए पीएम ने कहा कि अगर हमने इस लहर को यहीं नहीं रोका तो देशव्यापी असर हो सकता है। मोदी ने कहा कि महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश जैसे राज्यों में संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है और ये चिंता की बात है। उन्होने वैक्सीनेशन पर जोर देते हुए कहा कि कोरोना को रोकने के लिए टीकाकरण बेहद जरूरी है और हम इसकी गति बढ़ा रहे हैं। एक दिन में 30 लाख लोगो को टीका लगाने का आंकड़ा पार कर चुके हैं लेकिन हमें वैक्सीन की बर्बादी की समस्या को गंभीरता से लेना होगा। उन्होने कहा कि छोटे शहरों में टेस्टिंग बढ़ानी होगी। उन्होने कहा कि हमें लापरवाही नहीं बरतना है, लेकिन पैनिक मोड में भी नहीं जाना है। भय का माहौल बनाए बिना जनता को इससे मुक्ति दिलाना है।
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पीएम मोदी ने इस बैठक में कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ते हुए देश को एक साल से अधिक समय हो गया है और भारत ने जिस तरह इसका सामना किया है उसे अन्य देश एक उदाहरण के रूप से देखते हैं। देश में 96 प्रतिशत से अधिक मामलों में रिकवरी हो चुकी है और भारत सबसे कम मृत्यु दर वाले देशों में शुमार है। उन्होने कहा कि टेस्टिंग बढ़ाना होगा और RTPCR टेस्ट की संख्या 70 फीसद से ऊपर करना होगा। पीएम मोदी ने कहा कि संक्रमित व्यक्ति के संपर्क को जल्द से जल्द ट्रैक करना और फिर टेस्ट करना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। ट्रैक, टेस्ट और ट्रीट..इन तीन बातों से हम कोरोना को हरा सकते हैं।