PM Modi Birthday: आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 73वां जन्मदिन है और अपने हर जन्मदिन की तरह वो इसे भी अलग अंदाज में मानने वाले हैं। अब तक पीएम के जितने भी जन्मदिन आए हैं, उन पर या तो उन्हें बच्चों से मुलाकात करते हुए देखा गया या कभी उन्होंने चीतों को छोड़ा। आज उनके जन्मदिन के साथ विश्वकर्मा जयंती भी है और इस खास मौके पर वह देश को कई तरह की सौगात देने वाले हैं।
यशोभूमि की सौगात
पीएम मोदी आज दिल्ली का द्वारका में अत्याधुनिक एक्सपो सेंटर यशोभूमि के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे। बड़े-बड़े सम्मेलनों और बैठकों के लिए इस जगह को तैयार किया गया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह विश्वास जताया है कि यह दुनिया भर के प्रतिनिधियों को अपनी और आकर्षित करेगा। इसके अलावा पीएम मोदी दिल्ली मेट्रो एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन का उद्घाटन भी करेंगे।
विश्वकर्मा योजना
विश्वकर्मा जयंती की खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की नई विश्वकर्म योजना का शुभारंभ भी करने वाले हैं। इसकी शुरुआत कारीगरों और शिल्पकारों के लिए की जा रही है। मुख्य रूप से अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों के लिए शुरू की गई इस योजना का उद्देश्य कलाकारों को उनके व्यवसाय में मदद करना है।
PM Modi के बड़े फैसल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 से सत्ता की बागडोर अपने हाथ में ली है और उसके बाद से उन्होंने कई ऐसे फैसले लिए हैं, जो देश के लिए महत्वपूर्ण साबित हुए हैं। चलिए आपको इनके बारे में बताते हैं।
- 2016 में सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी का फैसला लिया और देश में 500 और 1000 रुपए के नोट बंद कर दिए गए। कालेधन पर प्रहार, आतंकी फंडिंग रोकने और भ्रष्टाचार को रोकने के लिए उन्होंने यह कदम उठाया था।
- पीएम मोदी के कार्यकाल का दूसरा सबसे बड़ा फैसला तीन तलाक पर रोक लगाना है। तीन तलाक विधेयक 2019 में संसद में पारित किया गया, जिसने मुस्लिम महिलाओं को बड़ी रहती है।
- पीएम मोदी जीएसटी को लेकर भी बड़ा फैसला लिया और 2017 में देशभर में गुड्स एंड सर्विस टैक्स लागू किया। जिसका जमकर विरोध हुआ था।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र द्वारा जो सबसे बड़ा फैसला लिया गया वह जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाना था। इसके बाद विशेष राज्य का दर्जा प्राप्त जम्मू कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश बन गया।
- पीएम मोदी ने देश भर में CAA कानून लागू किया। इसका मुख्य उद्देश्य पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए अल्पसंख्यकों को भारतीय नागरिकता प्रदान करना है। उनके इस फैसले पर जमकर हंगामा हुआ था लेकिन आखिरकार इसे लागू कर दिया गया।