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Wed, Dec 17, 2025

विश्वास, सम्मान और संवेदनशीलता; एक घंटे चली बैठक में पीएम मोदी ने शी जिनपिंग से क्या बात की

Written by:Mini Pandey
Published:
दूसरी ओर, व्हाइट हाउस ने यूरोपीय संघ से भारत और चीन पर अमेरिका जैसे प्रतिबंध लगाने और रूस से तेल और गैस की खरीद पूरी तरह बंद करने की मांग की है।
विश्वास, सम्मान और संवेदनशीलता; एक घंटे चली बैठक में पीएम मोदी ने शी जिनपिंग से क्या बात की

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ तियानजिन में एक घंटे की द्विपक्षीय मुलाकात की, जिसमें दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण संबंधों को फिर से पटरी पर लाने की कोशिश की गई। इस मुलाकात में पीएम मोदी ने शी जिनपिंग को शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की सफल अध्यक्षता के लिए बधाई दी और चीन यात्रा के निमंत्रण के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के 2.8 अरब लोगों के हित आपसी सहयोग से जुड़े हैं, जो पूरी मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करेगा। इस मुलाकात को भारत और चीन के बीच कजान, रूस में हुई पिछली बैठक के बाद सुलह की अगली कड़ी के रूप में देखा जा रहा है।

पीएम मोदी ने मुलाकात में आपसी विश्वास, सम्मान और संवेदनशीलता के आधार पर संबंधों को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई। दोनों नेताओं ने सीमा प्रबंधन पर विशेष प्रतिनिधियों के बीच हुए समझौते का स्वागत किया। इसके साथ ही, कैलाश मानसरोवर यात्रा को फिर से शुरू करने और दोनों देशों के बीच सीधी उड़ानों को बहाल करने पर भी सहमति बनी। यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में लगाए गए टैरिफ ने भारत और चीन दोनों के साथ अमेरिका के संबंधों को प्रभावित किया है। इस मुलाकात को अमेरिका को एक सूक्ष्म संदेश के रूप में भी देखा जा रहा है।

भारत की बढ़ती भूमिका को लेकर चर्चा

इस बीच, वैश्विक मंच पर भारत की बढ़ती भूमिका को लेकर चर्चा तेज है। खबरों के मुताबिक, डोनाल्ड ट्रंप भारत में होने वाले क्वाड शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं हो सकते, जो भारत-अमेरिका व्यापार तनाव और भारत की इंडो-पैसिफिक रणनीति में बदलाव का संकेत हो सकता है। भारत ने बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था पर अपनी स्थिति मजबूत की है और विश्लेषकों का मानना है कि भारत अब इतना मजबूत है कि अमेरिका उस पर अपनी शर्तें नहीं थोप सकता। भारत ब्रिक्स और क्वाड जैसे वैश्विक मंचों पर अपनी केंद्रीय भूमिका को और मजबूत कर रहा है।

रूस से तेल और गैस की खरीद

दूसरी ओर, व्हाइट हाउस ने यूरोपीय संघ से भारत और चीन पर अमेरिका जैसे प्रतिबंध लगाने और रूस से तेल और गैस की खरीद पूरी तरह बंद करने की मांग की है। ट्रंप प्रशासन ने यूरोपीय नेताओं पर यूक्रेन को अवास्तविक क्षेत्रीय रियायतों के लिए प्रोत्साहित करने का आरोप लगाया है। इस बीच, भारत में विपक्षी नेताओं ने भी सक्रियता दिखाई। बिहार में कांग्रेस की वोटर अधिकार यात्रा में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के साथ मिलकर बीजेपी पर निशाना साधा और चुनाव आयोग को बीजेपी का जुगाड़ आयोग करार दिया।