प्रयागराज महाकुंभ का हिस्सा बनने के लिए देश और दुनिया भर से श्रद्धालु और प्रसिद्ध हस्तियां लगातार पहुंच रही हैं। नेता, अभिनेता, सोशल मीडिया सेंसेशन्स, बिजनेस टायकून लगभग सभी गंगा में आस्था की डुबकी की लगा चुके हैं। बीते दिनों देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी संगम तट पर स्नान और पूजन पाठ करते देखा गया था। अब भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू प्रयागराज पहुंचने वाली हैं।
राष्ट्रपति यहां संगम में स्नान करेंगी और लगभग 8 घंटे से ज्यादा समय प्रयागराज में रहेंगी। यह ऐतिहासिक पल होगा क्योंकि इससे पहले भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने 1954 में महाकुंभ का स्नान किया था। माता गंगा, यमुना, सरस्वती के आशीर्वाद को जब राष्ट्रपति मुर्मू ग्रहण करेंगी। उस समय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनके साथ उपस्थित रहने वाले हैं।
राष्ट्रपति मुर्मू करेंगी स्नान (Droupadi Murmu)
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सबसे पहले संगम पर स्नान करेंगी इसके बाद बड़े हनुमान मंदिर और अक्षयवट पर दर्शन कर पूजन करती नजर आएंगी। बता दें कि अक्षयवट को अमरता का प्रतीक कहा जाता है और प्राचीन ग्रंथो में इसका वर्णन भी मिलता है। यहां पूजन अर्चन कर मुर्मू देशवासियों के सुख-समृद्धि की कामना करेंगी।
देखेंगी डिजिटल महाकुंभ केंद्र
अपने इस दौरे के दौरान राष्ट्रपति केवल पूजन पाठ ही नहीं बल्कि डिजिटल महाकुंभ केंद्र का अवलोकन भी करेंगी। वह यहां डिजिटल युग में धार्मिक आयोजनों को भारत में किस तरह से संभाल जा रहा है, इस समावेश को समर्थन देंगी। ये ऐसी जगह है जहां तकनीक के माध्यम से श्रद्धालु आसानी से कुंभ मेले का अनुभव कर सकते हैं। यह एक शानदार पहल है जिसके कारण श्रद्धालु महाकुंभ का अद्वितीय अनुभव ले सकेंगे।
सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद
महाकुंभ में राष्ट्रपति के दौरे को देखते हुए प्रयागराज की सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी कर दी गई है। चप्पे चप्पे पर पुलिस जवान सुरक्षा में खड़े हुए दिखाई देंगे। किसी भी तरह की अव्यवस्था न हो इस बात का प्रशासनिक स्तर पर विशेष ध्यान रखा जा रहा है। धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से राष्ट्रपति का दौरा देश की जनता के लिए प्रेरणादायक साबित होने वाला है।
ऐसा है शेड्यूल
- राष्ट्रपति मुर्मू सुबह 11 बजे बमरौली हवाई अड्डे पर पहुंचेगी।
- यहां से वो अरेल स्थिति हेलीपैड जाएंगी।
- यहां से उन्हें अरेल वीवीआईपी जेटी ले जाया जाएगा।
- यहां से क्रूज के जरिए संगम तट पहुंचकर वो स्नान करेंगी। दोपहर 12 बजे वो स्नान और दर्शन पूजन करने वाली हैं।
- दर्शन पूजन के बाद वो डिजिटल महाकुंभ केंद्र का अवलोकन करेंगी।
- शाम 6 बजे वो प्रयागराज से नई दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगी।