गुरुवार को मास्को यात्रा के दौरान क्रेमलिन में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात हुई। इस मुलाकात में आर्थिक, सुरक्षा और ऊर्जा सहयोग पर गहन वार्ता की गई। इसे लेकर रूसी मीडिया द्वारा एक वीडियो भी जारी किया गया है। इस वीडियो में भारत और रूस के संबंधों को बेहद खास बताया गया है। अजीत डोभाल ने इस दौरान दोनों देशों के बीच लंबे समय से चली आ रही रणनीतिक साझेदारी पर भी जोर दिया है।
दरअसल, अजीत डोभाल ने भारत और रूस के संबंधों को लेकर कहा कि हमारा रिश्ता बेहद खास और बेहद पुराना है। हम अपनी रणनीतिक साझेदारी को हमेशा महत्व देते आए हैं। हमें राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा पर बेहद खुशी हो रही है। तारीख लगभग तय हो चुकी है।
भारत और रूस के बीच संबंध बेहद गहरे
दरअसल, एक तरफ भारत और अमेरिका के संबंधों में दरार आ रही है, तो वहीं अब रूस से यह नाता और भी गहरा होता जा रहा है। ऐसे में राष्ट्रपति पुतिन का भारत दौरा भारत और रूस के संबंधों को दर्शाता है। रिपोर्ट की मानें तो इस साल के आखिरी हफ्ते में राष्ट्रपति पुतिन भारत दौरे पर आ सकते हैं। रूस की न्यूज़ एजेंसी ‘तास’ द्वारा यह जानकारी अजीत डोभाल के हवाले से दी गई थी। बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ का ऐलान करने के साथ ही यह कारण बताया था कि भारत रूस के साथ सबसे ज्यादा व्यापार समझौते कर रहा है, तेल और हथियारों की खरीदारी कर रहा है, जिसके कारण टैरिफ लगाया जा रहा है।
🇷🇺🇮🇳 #Russia’s President Vladimir Putin received #India’s National Security Advisor Ajit Kumar Doval at the Kremlin.#RussiaIndia#DruzhbaDosti@PMOIndia @narendramodi pic.twitter.com/d9Kx3OwyoY
— Russia in India 🇷🇺 (@RusEmbIndia) August 7, 2025
कब होगा राष्ट्रपति पुतिन का भारत दौरा?
इसी कड़ी में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु से भी मुलाकात की। उन्होंने इस दौरान कहा कि भारत और रूस के रिश्ते बेहद खास बन चुके हैं, जिनकी हम दोनों ही कदर करते हैं। दोनों देशों के बीच मजबूत साझेदारी है। अब हम हाई-लेवल पर बातचीत करते हैं। बता दें कि व्लादिमीर पुतिन आखिरी बार 6 दिसंबर 2021 को भारत यात्रा पर आए थे। हालांकि उस दौरान वह केवल 4 घंटे के लिए भारत में थे। लेकिन अब की भारत यात्रा बेहद खास हो सकती है। जानकारी दे दें कि फरवरी 2022 में यूक्रेन से युद्ध शुरू होने के बाद पुतिन की यह पहली भारत यात्रा होगी। भारत और रूस अपने द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करके सालाना 100 अरब डॉलर से ज्यादा करने पर सहमत हुए हैं।





