पीएम मोदी पर भड़की प्रियंका गांधी, ट्विटर पर लिखा- “हमारा खून, आप जैसे कायर, सत्तालोभी तानाशाह के सामने कभी नहीं झुका और कभी नहीं झुकेगा” 

Atul Saxena
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Priyanka Gandhi furious at PM Modi : राहुल गांधी को मोदी सरनेम मामले में सूरत की कोर्ट द्वारा सुनाई गई दो साल की सजा के बाद आज अगले ही दिन उनकी लोकसभा सदस्यता भी रद्द कर दी गई, लोकसभा सचिवालय ने इस आशय का एक नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया, राहुल की सदस्यता रद्द होते ही कांग्रेस भड़क गई है। कांग्रेस के नेता सुबह से लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं, तीखे बयान दे रहे हैं , ट्वीट कर रहे हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार पर निशाना साध रहे हैं।

अपने भाई पर हुई इस अप्रत्याशित कार्यवाही से प्रियंका गांधी भी भड़क गई हैं , उन्होंने आज पीएम मोदी को संबोधित एक के बाद एक चार ट्वीट किये, प्रियंका गांधी ने लिखा – नरेंद्र मोदी जी, आपके चमचों ने एक शहीद प्रधानमंत्री के बेटे को देशद्रोही, मीर जाफ़र कहा। आपके एक मुख्यमंत्री ने सवाल उठाया कि राहुल गांधी का पिता कौन है?

कश्मीरी पंडितों के रिवाज निभाते हुए एक बेटा पिता की मृत्यु के बाद पगड़ी पहनता है, अपने परिवार की परंपरा क़ायम रखता है। भरी संसद में आपने पूरे परिवार और कश्मीरी पंडित समाज का अपमान करते हुए पूछा कि वह नेहरू नाम क्यों नहीं रखते? लेकिन आपको किसी जज ने दो साल की सज़ा नहीं दी। आपको संसद से डिस्क्वालिफाई नहीं किया।

राहुल जी ने एक सच्चे देशभक्त की तरह अडानी की लूट पर सवाल उठाया। नीरव मोदी और मेहुल चौकसी पर सवाल उठाया। क्या आपका मित्र गौतम अडानी देश की संसद और भारत की महान जनता से बड़ा हो गया है कि उसकी लूट पर सवाल उठा तो आप बौखला गए?

आप मेरे परिवार को परिवारवादी कहते हैं, जान लीजिए, इस परिवार ने भारत के लोकतंत्र को अपने खून से सींचा जिसे आप ख़त्म करने में लगे हैं। इस परिवार ने भारत की जनता की आवाज़ बुलंद की और पुश्तों से सच्चाई की लड़ाई लड़ी। हमारी रगों में जो खून दौड़ता है उसकी एक ख़ासियत है- आप जैसे कायर, सत्तालोभी तानाशाह के सामने कभी नहीं झुका और कभी नहीं झुकेगा। आप कुछ भी कर लीजिए।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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