भविष्यवाणी हमेशा से ही सभी को अचंभित कर देती है। लोग भविष्यवाणियों के बारे में पढ़ना पसंद करते हैं। ऐसे कई भविष्यवक्ता रहे हैं, जिन्होंने दुनिया को लेकर कई भविष्यवाणियां की। उनकी कुछ भविष्यवाणियां सच भी हुईं। ऐसे ही एक संत भारत में भी थे, जिनका नाम अच्युतानंद दास था। उनकी एक किताब बहुत प्रसिद्ध रही, जिसका नाम भविष्य मालिका था। भविष्य मालिका को 16वीं शताब्दी में लिखा गया था। इसमें भविष्य के बारे में कई जानकारी दी गई थी। कहते हैं कि इसमें भविष्य की भयानक घटनाओं के बारे में लिखा हुआ है।
संत अच्युतानंद दास ने इस पुस्तक में कलयुग के अंत के बारे में भी बताया है। उन्होंने बताया था कि दुनिया का विनाश कैसे होगा। वह भूत और भविष्य दोनों ही काल के बारे में सटीक विश्लेषण करते थे। जानकारी के मुताबिक, ऐसा भी एक समूह था, जो भविष्य के बारे में जानता था। इन ऋषियों के समूह को पांच शाखा भी कहा जाता था। इन पांच संतों ने मिलकर अपनी तपस्या और ज्ञान के आधार पर 318 पुस्तकें लिखी थीं। उनमें से एक भविष्य मालिका भी थी।

पृथ्वी पर भयानक घटनाएं होंगी
भविष्य मालिका में कलयुग को लेकर कई भविष्यवाणियां की गई हैं। इसमें पृथ्वी के अंत के बारे में भी बात कही गई है। ऐसा भी लिखा गया है कि साल 2030 से पहले पृथ्वी पर एक बड़ी घटना घटेगी। भविष्य मालिका के मुताबिक, पृथ्वी पर सात दिनों तक अंधेरा देखने को मिलेगा। इससे पृथ्वी पर हाहाकार मचेगा। भविष्य मालिका के मुताबिक, यह घटना साल 2030 से पहले कभी भी घट सकती है। इस दौरान पृथ्वी पर भयानक घटनाएं होंगी। धरती अपनी धुरी बदलेगी, जिससे बड़े-बड़े भूकंप आएंगे। जानकारी दें कि भविष्य मालिका में कोरोना जैसी महामारी को लेकर भी भविष्यवाणी की गई थी, जो सच साबित हुई थी।
दुनिया की आबादी कुल 64 करोड़ ही बच जाएगी?
इसके अलावा, भविष्य मालिका में लिखा गया है, कि आसमान में दो सूरज दिखने को मिलेंगे। तीसरे विश्व युद्ध के बाद दुनिया पूरी तरह से बदल जाएगी। जब कलयुग अपने चरम पर होगा, उस दौरान आसमान में सूरज की तरह एक पिंड निकलेगा, जो बंगाल की खाड़ी में जा गिरेगा। इस पिंड से उड़ीसा राज्य पूरी तरह खत्म हो जाएगा और जलमग्न हो जाएगा। भविष्य मालिका के अनुसार, जब दुनिया में तीसरा विश्व युद्ध होगा, तो दुनिया की आबादी कुल 64 करोड़ ही बच जाएगी। भविष्य मालिका में धरती के विनाश के तीन चरण बताए गए हैं। भविष्य मालिका में धरती के विनाश के तीन चरण बताए गए हैं। पहले चरण जिसमें कलयुग का अंत बताया गया है। दूसरे चरण में पूरी धरती का महाविनाश हो जाएगा और तीसरे चरण में नए युग का प्रारंभ हो जाएगा।
Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News न्यूज़ नहीं करता।