कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को अपने बहनोई रॉबर्ट वाड्रा का खुलकर समर्थन किया। प्रवर्तन निदेशालय की ओर से हरियाणा के शिकोहपुर में जमीन सौदे से जुड़े धन शोधन मामले में वाड्रा के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किए जाने के बाद राहुल ने इसे दुर्भावनापूर्ण और राजनीति से प्रेरित कार्रवाई करार दिया। उन्होंने एक्स पर लिखा कि पिछले 10 वर्षों से वाड्रा को सरकार द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है और यह आरोपपत्र उसी की अगली कड़ी है। राहुल ने कहा कि वह वाड्रा उनकी बहन प्रियंका और उनके परिवार के साथ खड़े हैं और विश्वास जताया कि अंततः सत्य की जीत होगी।
कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने भी वाड्रा के प्रति एकजुटता दिखाई। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि एक दशक से अधिक समय से वाड्रा के खिलाफ बार-बार छवि खराब करने की कोशिशें की गईं लेकिन कोई सबूत नहीं मिला। उन्होंने आरोप लगाया कि यह आरोपपत्र केवल बदनाम करने के उद्देश्य से दाखिल किया गया है। गहलोत ने जोर देकर कहा कि गांधी परिवार ने हमेशा ऐसी राजनीतिक चालों का डटकर सामना किया है और पूरी पार्टी उनके साथ खड़ी है।
लगातार बनाया जा रहा निशाना
लोकसभा में कांग्रेस के उप नेता गौरव गोगोई ने कहा कि पिछले 11 वर्षों से गांधी परिवार को नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा लगातार निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक पूरी कांग्रेस पार्टी गांधी परिवार के साथ है और उनकी न्याय, सम्मान, लोकतंत्र और भारतीय संविधान की रक्षा की लड़ाई में साथ देगी। वहीं, राज्यसभा सांसद शक्ति सिंह गोहिल ने आरोप लगाया कि 11 साल सत्ता में रहने के बावजूद सरकार को वाड्रा के खिलाफ कुछ नहीं मिला और अब संसद सत्र से पहले ध्यान भटकाने के लिए यह कार्रवाई की जा रही है।
‘वाड्रा के खिलाफ कोई सबूत नहीं’
गोहिल ने यह भी कहा कि हरियाणा की पूर्व खट्टर सरकार द्वारा गठित जांच आयोग और विशेष जांच दल (एसआईटी) को भी वाड्रा के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला। उन्होंने दावा किया कि भाजपा ऐसी ही रणनीति छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ भी कर रही है लेकिन कांग्रेस न तो डरेगी और न ही झुकेगी। पार्टी नेताओं ने एकजुट होकर कहा कि जनता प्रमुख मुद्दों से ध्यान भटकाने की इस कोशिश को नाकाम कर देगी।





