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Thu, Dec 18, 2025

राहुल गांधी के वोट चोरी के आरोपों पर विपक्ष एकजुट, संसद परिसर में प्रदर्शन, प्रियंका गांधी ने चुनाव आयोग से किये सवाल

Written by:Atul Saxena
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प्रियंका गांधी ने कहा इस पूरे केस में BJP और चुनाव आयोग की तरफ से जिस तरह के बयान सामने आ रहे हैं, उससे एक बात साफ है कि गड़बड़ी है।
राहुल गांधी के वोट चोरी के आरोपों पर विपक्ष एकजुट, संसद परिसर में प्रदर्शन, प्रियंका गांधी ने चुनाव आयोग से किये सवाल

वोट चोरी करने के सबूत दिखाकर राहुल गांधी ने देश की सियासत को गरमा दिया है, राहुल के आरोपों पर चुनाव आयोग ने शपथ पत्र मांग लिया अब उसपर भी राजनीति शुरू हो गई है, राहुल गांधी का हमेशा बचाव करने वाली उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा इस बार भी सामने आई है और उन्होंने चुनाव आयोग से ही सवाल कर दिए हैं।

राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस कर चुनाव आयोग पर भाजपा के लिए वोट चोरी कराने के गंभीर आरोप लगाये, राहुल ने आंकड़े दिखाते हुये कर्नाटक की महादेवापुरा विधानसभा क्षेत्र में 1,00,250 वोट चोरी किये जाने के सबूत दिखाए, उसके बाद से पूरी कांग्रेस पार्टी चुनाव आयोग और मोदी सरकार पर हमलावर है।

वोट चोरी पर विपक्षी दलों का संसद परिसर में प्रदर्शन 

राहुल ने कहा कि मैं जो आरोप लगा रहा हूँ ये केवल मेरा या फिर कांग्रेस का आरोप नहीं है पूरा विपक्ष यही कह रहा है, आज विपक्षी सांसदों ने संसद के मकर द्वार के बहार वोट चोरी को लेकर प्रदर्शन किया, प्रियंका गांधी के नेतृत्व में सांसदों ने बैनर पोस्टर के साथ नारेबाजी की और चुनाव आयोग और मोदी सरकार पर आरोप लगाये।

चुनाव आयोग द्वारा राहुल गांधी से शपथ पत्र मांगे जाने पर भड़की प्रियंका

मीडिया से बात करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा चुनाव आयोग किस नियम के तहत राहुल गांधी से शपथ पत्र मांग रहा है, उस नियम के तहत 30 दिन के अन्दर शपथ पत्र दो वर्ना कुछ नहीं होगा, तो फिर क्यों मांग रहे हैं, राहुल गांधी ने वोट चोरी पर बड़ा खुलासा किया है, मान लीजिये कोई गलती हुई है तो उसकी जांच होनी चाहिए।

हम जो सदन में शपथ लेते हैं उससे बड़ी शपथ और क्या हो सकती है?

चुनाव आयोग वोटर लिस्ट नहीं दे रहा है, इस मामले में जांच करने के बजाए, वो हलफनामा मांग रहा है। प्रियंका ने कहा कि हम जो सदन में शपथ लेते हैं उससे बड़ी शपथ और क्या हो सकती है? वे पब्लिक में सबकुछ कह रहे हैं,  हम लगातार डेटा दिखा रहे हैं, लेकिन चुनाव आयोग मानने को तैयार ही नहीं है।