राहुल गांधी का ट्वीट- मुझे गिरफ्तार करो, प्रियंका ने बदली अपनी ट्वीटर पर फोटो

Pooja Khodani
Published on -
राहुल गांधी

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। दिल्ली (Delhi) में कोरोना वैक्सीन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के खिलाफ लगे पोस्टर के मामले सियासत गर्मा गई है।  21 लोगों पर एफआईआर के बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी(Rahul Gandhi) ने अपने ट्वीटर पर विवादित फोटो शेयर किया है और लिखा है कि मुझे गिरफ्तार करो। वही प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने भी अपनी ट्वीटर की प्रोफाइल पिक्चर बदल दी है, जिसके बाद विवाद और गहराता हुआ नजर आ रहा है।

दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी की ओर से विदेशों को दी गई वैक्सीन के बाद इस मुद्दे पर बवाल शुरू हो गया है। अब राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी ट्विटर पर इसे पोस्ट किया है और मोदी जी से पूछा है कि हमारे बच्चों की वैक्सीन विदेश क्यों भेजी?इसके साथ ही राहुल गांधी ने लिखा है कि मुझे गिरफ्तार करो।

यह भी पढ़े… भोपाल में एक हफ्ते और बढ़ाया गया कोरोना कर्फ्यू, कलेक्टर ने जारी किए आदेश

दरअसल, गुरुवार की रात दिल्ली पुलिस (Delhi Police) को जानकारी मिली कि राष्ट्रीय राजधानी के अलग-अलग इलाकों में पोस्टर लगे हुए हैं। जिन पर लिखा था कि मोदी जी आपने हमारे बच्चों की वैक्सीन विदेश क्यों भेज दिया।पुलिस ने इस मामले में अभी तक 21 एफआईआर दर्ज की हैं वो पब्लिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और धारा 188 के तहत दर्ज की गई हैं ।

हालांकि अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि ये पोस्टर किसने छपवाए और किसके कहने पर लगवाएं गए है। दिल्ली की ईस्ट, नार्थ ईस्ट, सेंट्रल, नॉर्थ, रोहिणी और द्वारका डिस्ट्रिक्ट में ये पोस्टर लगाए गए थे, इसके बाद आज रविवार को राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत कई कांग्रेस नेताओं ने इस पर सवाल उठाना शुरु कर दिया है।

इससे पहले शनिवार को पूर्व केन्द्रीय मंत्री जयराम रमेश ने ट्वीट कर लिखा था कि पीएम के खिलाफ आलोचनात्मक पोस्टर लगाना अब एक अपराध है? क्या भारत अब मोदी दंड संहिता द्वारा चलाया जा रहा है? क्या दिल्ली पुलिस एक भयंकर महामारी के बीच इतनी बेरोजगार है ?? मैं कल अपने परिसर की दीवार पर पोस्टर लगा रहा हूं। आओ जाओ मैं। @DelhiPolice @AmitShah

राहुल गांधी प्रिंंयंका


About Author
Pooja Khodani

Pooja Khodani

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

Other Latest News