हार पर बोले अशोक गहलोत- जनता का जनादेश स्वीकार, राज्यपाल को सौंपा इस्तीफा, बीजेपी को दी यह सलाह

Pooja Khodani
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Rajasthan Assembly Election Results 2023 : मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के साथ राजस्थान में भी बीजेपी ने बहुमत का जादुई आंकड़ा पार कर लिया है।राज्य की 199 विधानसभा सीटों में से बीजेपी 115 सीटों से आगे चल रही है, वही कांग्रेस 68 सीटों पर चल रही है, हालांकि कई सीटों पर मतगणना अभी जारी है, उम्मीद है कि रात तक स्थिति साफ हो जाएगी । इसी बीच राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरदारपुरा विधानसभा क्षेत्र से 26396 वोटों से जीत गए हैं, लेकिन वे सरकार बचाने में कामयाब नहीं हो पाए और इसी के साथ उन्होंने हार स्वीकार कर ली है।

हार पर भावुक हुए गहलोत

अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि राजस्थान की जनता द्वारा दिए गए जनादेश को हम विनम्रतापूर्वक स्वीकार करते हैं। यह सभी के लिए एक अप्रत्याशित परिणाम है। यह हार दिखाती है कि हम अपनी योजनाओं, कानूनों और नवाचारों को जनता तक पहुंचाने में पूरी तरह कामयाब नहीं रहे। मैं नई सरकार को शुभकामनाएं देता हूं।

बीजेपी को दी यह सलाह

अशोक गहलोत ने आगे लिखा है कि मेरी उनको सलाह है कि हम काम करने के बावजूद कामयाब नहीं हुए इसका मतलब ये नहीं कि वो सरकार में आने के बाद काम ही ना करें। OPS, चिरंजीवी सहित तमाम योजनाएं एवं जो विकास की रफ्तार इन पांच सालों में राजस्थान को हमने दी है वो इसे आगे बढ़ाएं। मैं सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने इस चुनाव में पूरी मेहनत की एवं सभी मतदाताओं का आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने हमारे ऊपर विश्वास किया।बता दे कि बीते कुछ दशकों में परंपरागत रूप से इस राज्य में हर विधानसभा चुनाव (Assembly Election) में हर पांच साल में सरकार बदलती है जो रिवाज इस बार भी कायम रहा ।

राज्यपाल को सौंपा इस्तीफा

हार स्वीकार करने के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार शाम जयपुर के राजभवन में राज्यपाल कलराज मिश्र को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। राज्यपाल ने गहलोत का पद से इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और नई सरकार बनने तक उन्हें अपनी जिम्मेदारी निभाने को कहा है।

 


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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