रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को जम्मू के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल का दौरा किया और किश्तवाड़ में हाल ही में हुई बादल फटने की घटना में घायल हुए लोगों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। सिंह ने बताया कि वह घटनास्थल पर जाना चाहते थे, लेकिन खराब मौसम और पथरनाकी में भूस्खलन के कारण ऐसा नहीं हो सका। इसके बजाय, उन्होंने राज भवन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रभावित लोगों से संवाद करने का निर्णय लिया।
रक्षा मंत्री ने कहा कि वह किश्तवाड़ के चिशोटी गांव का दौरा करना चाहते थे, लेकिन सड़क पर भूस्खलन के कारण यह संभव नहीं हुआ। उन्होंने अस्पताल में भर्ती 16 घायलों से मुलाकात की और उनकी स्थिति के बारे में डॉक्टरों से जानकारी ली। सिंह ने बताया कि घायल मरीजों ने अस्पताल में मिल रही चिकित्सा सुविधाओं पर संतुष्टि जताई और उनकी हालत में सुधार हो रहा है।
अधिकारियों के साथ बैठक
राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि वह राज भवन में अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे, जिसमें किश्तवाड़ के स्थानीय अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से शामिल होंगे। रक्षा मंत्री के साथ जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह भी अस्पताल पहुंचे। सिंह ने चिकित्सा कर्मचारियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि घायलों का इलाज संतोषजनक ढंग से हो रहा है।
बादल फटने से 65 लोगों की मौत
किश्तवाड़ के चिशोटी गांव में 14 अगस्त को बादल फटने की घटना में 65 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 100 से अधिक लोग घायल हुए थे। इस आपदा में 32 लोग अभी भी लापता हैं। प्रशासन प्रभावित लोगों के लिए राहत और समर्थन के कार्यों में सक्रिय रूप से समन्वय कर रहा है।





