5 जून को अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर बने भव्य राम मंदिर में पहली बार ‘राम दरबार’ की झलक भक्तों को दिखाई दी। सुबह से ही मंदिर परिसर में मंत्रोच्चार और वैदिक विधियों के साथ भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह शुरू हुआ। खास बात यह रही कि पहली बार राम लला के साथ उनके पूरे दरबार माता सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और हनुमान जी के दर्शन पूरी दुनिया ने किए।
आज के पावन दिन पर राम दरबार के साथ-साथ कुल 21 मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की गई। इसमें शिवलिंग, श्रीगणेश, महाबली हनुमान, सूर्य देव, मां अन्नपूर्णा, मां भगवती जैसी देव मूर्तियां शामिल थीं। हर मूर्ति की विधिपूर्वक पूजा कर उन्हें चेतन अवस्था में लाया गया। आचार्यों ने जल से स्नान कराकर वैदिक मंत्रों के साथ पूजा संपन्न कराई। अयोध्या और काशी के कुल 101 विद्वानों ने इस धार्मिक अनुष्ठान का संचालन किया। सुबह 6:30 बजे से शुरू हुए इस कार्यक्रम के हर पल को लाइव दिखाया गया ताकि देश-दुनिया के रामभक्त इससे जुड़ सकें।
राम दरबार की पहली झलक
दरअसल राम दरबार को मंदिर के प्रथम तल पर स्थापित किया गया है, जहां भगवान श्रीराम पूरे दरबार के साथ विराजमान हुए हैं। यह पहली बार है जब राम लला के साथ पूरा दरबार भक्तों के सामने आया है। मंदिर का मुख्य शिखर जो स्वर्णमंडित है, उसकी भी आज विधिवत स्थापना की गई। इस पूरे दृश्य ने हर भक्त को भावुक कर दिया। सोशल मीडिया पर राम दरबार की तस्वीरें वायरल हो रही हैं और श्रद्धालु लगातार अपनी प्रतिक्रिया साझा कर रहे हैं। इस खास मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। उन्होंने आयोजन को दिव्य और ऐतिहासिक बताया। मंदिर परिसर को भव्य रोशनी और फूलों से सजाया गया था। चारों तरफ वैदिक ध्वनि और श्रद्धा का माहौल था। मंदिर की आभा देखते ही बन रही थी।
अयोध्या राम मंदिर का काम लगभग पूरा
बता दें कि राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही राम मंदिर निर्माण का एक और बड़ा चरण पूरा हो गया है। मंदिर का प्रथम तल और मुख्य शिखर पूरी तरह तैयार हो चुका है। अब मंदिर परिसर के अन्य हिस्सों में बचा हुआ निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है, जो आने वाले कुछ महीनों में पूरा हो जाएगा। मंदिर में भक्तों के दर्शन की व्यवस्था पहले से बेहतर की जा रही है।अब भक्त सिर्फ राम लला ही नहीं, बल्कि राम दरबार के भी भव्य दर्शन कर सकेंगे। यह अयोध्या को न सिर्फ एक धार्मिक केंद्र बना रहा है, बल्कि दुनिया के सबसे भव्य मंदिरों में से एक के रूप में स्थापित कर रहा है।





