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Thu, Dec 18, 2025

IAS Success Story : पिता के सपने को पूरा करने डॉक्टरी छोड़ शुरू की UPSC की तैयारी, पहले बनी IPS, फिर 53वीं रैंक पाकर बनी आईएएस अफसर

Written by:Pooja Khodani
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IAS Success Story : पिता के सपने को पूरा करने डॉक्टरी छोड़ शुरू की UPSC की तैयारी, पहले बनी IPS, फिर 53वीं रैंक पाकर बनी आईएएस अफसर

IAS Mudra Gairola Success Story : संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा को देश की सबसे कठिन परीक्षाओं मानी जाती है। इस परीक्षा में हर साल लाखों उम्मीदवार शामिल होते है, जिसमें से कुछ ही उम्मीदवार कड़ी मेहनत और लगन से इसे क्वालीफाई कर सफल होते है और अफसर बनते है। आज आईएएस सक्सेस स्टोरी सेगमेंट में हम आपको बताने जा रहे है आईएएस मुद्रा गैरोल की कहानी जिन्होंने पिता के सपने को पूरा करने के लिए डॉक्टरी की पढ़ाई छोड़कर UPSC की तैयारी और पहले आईपीएस और फिर 53वीं रैंक के साथ आईएएस अफसर बनी।

आईएएस मुद्रा गैरोला की सफलता की कहानी

  • आईएएस अफसर मुद्रा गैरोला उत्तराखंड के चमोली जिले के कर्णप्रयाग की रहने वाली हैं। हालांकि, अभी उनका परिवार दिल्ली में रहता है।
  • मुद्रा के पिता अरुण भी आईएएस बनना चाहते थे, इसके लिए उनके पिता ने साल 1973 में यूपीएससी की परीक्षा दी थी, हलांकि, वह इंटरव्यू में सफल नहीं हो पाए थे।
  • आईएएस मुद्रा बचपन से ही पढ़ाई में तेज थी, उन्होंने कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा में 96% अंकों और 12वीं में 97% प्राप्त किए थे।
  • 12वीं पास करने के बाद उन्होंने मुंबई के एक मेडिकल कॉलेज में बीडीएस यानी डेंटल में दाखिला लिया और फिर अपने शानदार प्रदर्शन से मेडिकल में गोल्ड मेडल हासिल किया।
  • आईएएस अफसर मुद्रा गैरोला ने ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद दिल्ली में एमडीएस में दाखिला लिया। हालांकि, उनके पिता चाहते थे कि, वह आईएएस अफसर बने।
  • पिता के सपने को पूरा करने के लिए मुद्रा ने डॉक्टरी छोड़ यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी ।साल 2018 में उन्होंने पहली बार यूपीएससी सिविल सर्विस की परीक्षा दी, जिसमें वह इंटरव्यू राउंड तक ही पहुंचीं।
  • इसके बावजूद भी उन्होंने हार नहीं मानी और 2019 में फिर से यूपीएससी इंटरव्यू दिया लेकिन फाइनल में सेलेक्शन नहीं हो पाया। इसके बाद 2020 में फिर यूपीएससी दी लेकिन मेन्स एग्जाम क्रैक नहीं कर सकीं।
  • इसके बाद मुद्रा गैरोला ने साल 2021 में एक बार फिर से यूपीएससी की परीक्षा दी और 165वीं रैंक पाई और आईपीएस बन गईं।
  • मुद्रा के पिता का सपना उन्हें आईएएस बनते हुए देखना था, ऐसे में साल 2022 में मुद्रा ने फिर यूपीएससी की परीक्षा दी और 53वीं रैंक के साथ आईएएस बनने में कामयाब रहीं।

क्या आप जानते है एक आईएएस अफसर को कितनी मिलती है सैलरी

  • IAS ऑफिसर उच्च श्रेणी के अधिकारी होते हैं, जिन्हें सातवें वेतनमान के तहत सैलरी दी जाती है।एक IAS ऑफिसर की सैलरी 56,100 रुपए महीने से लेकर 2,25,000 तक होती है।
  • सभी भत्ते मिलाकर एक आईएएस अधिकारी को शुरुआती दिनों में कुल 1 लाख रुपये प्रतिमाह से ज्यादा सैलरी मिलती है
  • स्वास्थ, आवास, यात्रा समेत कई तरह की सुविधाओं के लिए पैसा भत्ते के रूप में दिया जाता है। अलग-अलग पे-बैंड के हिसाब से अन्य लग्जरी सुविधाएं भी मिलती हैं। बेसिक सैलरी के अलावा डियरनेस अलाउंस (DA), हाउस रेंट अलाउंस (HRA), सब्सिडाइज्ड बिल, मेडिकल अलाउंस और कन्वेंस अलाउंस दी मिलती है।
  • पे-बैंड के आधार पर एक आईएएस अधिकारी को घर, सिक्योरिटी, कुक और अन्य स्टाफ समेत कई सुविधाएं भी मिलती हैं।
  • आने-जाने के लिए गाड़ी और ड्राइवर की भी सुविधा दी जाती है।पोस्टिंग के दौरान कहीं जाने पर ट्रैवल अलाउंस के अलावा वहां सरकारी घर भी दिया जाता है।मुफ्त में या फिर अधिक सब्सिडी पर बिजली और टेलिफोनिक सेवाएं मिलती है।

नोट- यह सारी जानकारी विभिन्न माध्यमों/स्त्रोतों से जुटाई गई है, इसमें बदलाव भी हो सकता है।