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Wed, Dec 17, 2025

मालेगांव विस्फोट के जांच अधिकारी ने मोहन भागवत की गिरफ्तारी का दिया था निर्देश, रिटायर्ड अफसर का बड़ा दावा

Written by:Mini Pandey
Published:
ATS ने शुरूआती जांच में दावा किया था कि यह हमला 'अभिनव भारत' नामक दक्षिणपंथी समूह ने किया, जिसमें प्रज्ञा की मोटरसाइकिल का इस्तेमाल हुआ।
मालेगांव विस्फोट के जांच अधिकारी ने मोहन भागवत की गिरफ्तारी का दिया था निर्देश, रिटायर्ड अफसर का बड़ा दावा

महाराष्ट्र ATS के एक पूर्व अधिकारी मेहबूब मुजावर ने 2008 मालेगांव ब्लास्ट मामले में सनसनीखेज खुलासा किया है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने दावा किया कि जांच अधिकारी परम बीर सिंह ने उन्हें RSS प्रमुख मोहन भगवत को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया था, ताकि ‘भगवा आतंक’ की कहानी बनाई जा सके। मुजावर ने कहा कि भगवत जैसे प्रभावशाली व्यक्ति को गिरफ्तार करना उनके लिए असंभव था।

गुरुवार को मुंबई की विशेष अदालत ने इस मामले में सभी सात आरोपियों, जिनमें पूर्व BJP सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर और लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित शामिल हैं, को बरी कर दिया। अदालत ने कहा कि अभियोजन पक्ष विश्वसनीय सबूत पेश नहीं कर सका। मुजावर ने दावा किया कि यह फैसला ATS की “फर्जी जांच” को उजागर करता है और उन्होंने गलत आदेशों का पालन न करने पर उनके खिलाफ झूठे मामले दर्ज किए गए थे।

6 की मौत हुई थी और 100 से ज्यादा घायल

मालेगांव ब्लास्ट में छह लोगों की मौत हुई थी और 100 से ज्यादा घायल हुए थे। ATS ने शुरूआती जांच में दावा किया था कि यह हमला ‘अभिनव भारत’ नामक दक्षिणपंथी समूह ने किया, जिसमें प्रज्ञा की मोटरसाइकिल का इस्तेमाल हुआ। लेकिन NIA ने जांच में ATS की खामियां पाईं और MCOCA के तहत आरोप हटा दिए।

अदालत ने अपने फैसले में क्या कहा

अदालत ने कहा कि “आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता” और केवल शक के आधार पर सजा नहीं दी जा सकती। साथ ही, एक ATS अधिकारी के खिलाफ गंभीर आरोपों और फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट जमा करने की जांच के आदेश दिए गए हैं। इस तरह मालेगांव धमाका मामले में कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है, जिसकी खूब चर्चा हो रही है।