भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। कोरोना (Coronavirus) की दूसरी लहर भले ही समाप्ति की ओर है, लेकिन लोगों के मन में एक सवाल चल रहा है, कि कोवैक्सिन या कोविशील्ड वैक्सीन (Covaxin or Covishield Vaccine) लेने के बाद भी आखिर लोग कोरोना वायरस कैसे संक्रमित हो रहे है, तो इसको लेकर दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (Delhi AIIMS) ने बड़ा खुलासा किया है। AIIMS ने अपनी एक रिपोर्ट में दूसरी लहर के दौरान सबसे खतरनाकर साबित हुए डेल्टा वैरिएंट (delta variants) को लेकर नया खुलासा किया है।
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अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ((Delhi AIIMS) ), दिल्ली और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) के अलग-अलग अध्ययनों के अनुसार, पिछले साल अक्टूबर में पहली बार भारत में पाया गया ‘डेल्टा’ वैरियंट (B1.617.2) कोवैक्सिन या कोविशील्ड टीकों की दोनों खुराक प्राप्त करने के बाद भी लोगों को संक्रमित कर सकता है। यह कोरोना वायरस का डेल्टा वैरियेंट वैक्सीन के असर को भी कम कर दे रहा है और वैक्सीन लेने के बाद संक्रमित हुए ज्यादातर लोगों में डेल्टा वेरियेंट ही पाया जा रहा है।हालांकि अभी तक किसी स्टडी की समीक्षा नहीं की गई है।