आज 14 फ़रवरी सिर्फ़ वैलेंटाइन डे ही नहीं है, बल्कि भारत के इतिहास में एक दर्दनाक याद का दिन भी है. बात है 2019 की, जब इस ही दिन पुलवामा में हुए आत्मघाती हमले (Pulwama Attack) ने पूरे देश को झकझोर दिया था. जब CRPF के 40 वीर जवानों ने देश की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए. आज 14 फ़रवरी 2025 को इस हमले की छठी बरसी है, पूरा देश इन अमर शहीदों को नमन कर रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पुलवामा कि अमर शहीदों को नमन करते हुए उनकी वीरता और बलिदान को स्मरण किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पोस्ट कर कही ये बात (Pulwama Attack)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पुलवामा हमले (Pulwama Attack) में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके अटूट समर्पण की सराहना की. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X पर एक पोस्ट में लिखा, 2019 में पुलवामा में हमने जिन साहसी नायकों को खो दिया है उन्हें श्रद्धांजलि, आने वाली पीढ़ियां उनके बलिदान और राष्ट्र के के प्रति उनके अटूट समर्पण को कभी नहीं भूलेंगी.
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Homage to the courageous heroes we lost in Pulwama in 2019. The coming generations will never forget their sacrifice and their unwavering dedication to the nation.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 14, 2025
गृहमंत्री अमित शाह ने पोस्ट कर कही ये बात
गृहमंत्री अमित शाह ने भी अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट्स X पर एक पोस्ट के ज़रिए शहीदों को नमन किया. उन्होंने लिखा, ‘ एक कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से मैं 2019 में आज के दिन पुलवामा में हुए कायराना आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को अपनी भावभीनी श्रद्धांजली अर्पित करता हूँ. मोदी सरकार आतंकवादियों को नष्ट करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं.’
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साल 2019 में आज के ही दिन पुलवामा में हुए कायराना आतंकी हमले में वीरगति को प्राप्त हुए जवानों को कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ।
आतंकवाद समूची मानव जाति का सबसे बड़ा दुश्मन है और इसके खिलाफ पूरी दुनिया संगठित हो चुकी है। चाहे सर्जिकल स्ट्राइक हो या…
— Amit Shah (@AmitShah) February 14, 2025
कैसे हुआ था पुलवामा अटेक (Pulwama Attack)
14 फ़रवरी 2019 को दोपहर क़रीब 3:15 जम्मू कश्मीर के पुलवामा ज़िले में देश के सबसे भयावह आतंकवादी हमलों में से एक हुआ. CRPF के 78 वाहनों का एक क़ाफ़िला जम्मू से श्रीनगर की ओर जा रहा था, जिसमें 25,00 से ज़्यादा जवान सवार थे. इसी दौरान जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार ने RDX से भरी एक SUV को क़ाफ़िले के एक बस से टकरा दिया. इस भयंकर धमाके में पूरी बस के परखच्चे उड़ गए थे, 40 से अधिक जवान शहीद हो गए और कई गंभीर रूप से घायल भी हो गए थे. इस हमले की साज़िश पाकिस्तान में रची गई थी.
हमले की 12 दिन बाद क्या हुआ था?
पुलवामा हमले की 12 दिन बाद यानी 26 फ़रवरी 2019 को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में स्थित बालाकोट आतंकी ठिकानों पर गोपनीय मिशन ऑपरेशन बंदर के तहत एयरस्ट्राइक की थी. जिसके चलते सुबह-सुबह साढ़े तीन बजे भारतीय वायुसेना के मिराज दो हज़ार लड़ाकू विमानों ने आतंकी कैंपों पर 1000 किलोग्राम बम गिराए, भारत ने इस बात का दावा भी किया कि इस हमले में जैश-ए-मोहम्मद के कई बड़े आतंकी मारे गए और उनका मुख्य ठिकाना पूरी तरह तबाह हो गया.
पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई
ये लड़ाई अभी पूरी तरह से रुकी नहीं थी. भारत की एयरस्ट्राइक कि अगले दिन ही यानी 27 फ़रवरी 2019 को पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई करते हुए ऑपरेशन स्विफ्ट रिटोर्ट शुरू किया. पाकिस्तान की तरफ़ से एयरफोर्स ने F16 और JF17 लड़ाकू विमानों के ज़रिए भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश भी की लेकिन भारतीय वायुसेना ने इसे नाकाम कर दिया. पुलवामा हमले और बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद भारत और पाकिस्तान के संबंध और ख़राब हो गए.