शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता संजय राउत ने भारतीय जनता पार्टी पर देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के प्रति गहरी नफरत का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मुंबई के वर्ली इलाके में नेहरू विज्ञान केंद्र के पास स्थित मेट्रो स्टेशन का नामकरण करते समय नेहरू का नाम शामिल नहीं किया गया। राउत ने बताया कि मेट्रो लाइन 3 (जिसे एक्वा लाइन भी कहा जाता है) के इस स्टेशन को केवल विज्ञान संग्रहालय स्टेशन नाम दिया गया है, जो नेहरू विज्ञान केंद्र जैसे ऐतिहासिक स्थल की उपेक्षा को दर्शाता है।
राज्यसभा सांसद राउत ने एक अन्य उदाहरण देते हुए कहा कि दहिसर-अंधेरी मार्ग पर मेट्रो लाइन-7ए, जिसे रेड लाइन भी कहा जाता है, के एक स्टेशन को राष्ट्रीय उद्यान स्टेशन नाम दिया गया है, क्योंकि यह संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान के निकट है। हालांकि, इस स्टेशन के नाम में भी संजय गांधी का नाम शामिल नहीं किया गया। राउत ने कहा कि ऐसी नफरत रखने वाली पार्टी देश पर शासन करने के लायक नहीं है।
नेहरू और महात्मा गांधी की प्रशंसा
राउत ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का जिक्र करते हुए कहा कि वह भाजपा और केंद्र सरकार में सबसे बुद्धिमान मंत्रियों में से एक हैं, लेकिन उन्हें डर है कि नेहरू और महात्मा गांधी की प्रशंसा करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। रविवार को नागपुर में गडकरी ने नेहरू और गांधी के विचारों का उल्लेख करते हुए कहा था कि नेहरू अधिकतम उत्पादन की बात करते थे, जबकि गांधी अधिकतम लोगों की भागीदारी के साथ उत्पादन पर जोर देते थे।
पहलगाम में गोधरा जैसी स्थिति
शिवसेना (उबाठा) नेता ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में गोधरा जैसी स्थिति पैदा करना चाहती है और देश को हिंदू-मुस्लिम संघर्ष में उलझाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि इस तरह की नीतियां देश के लिए हानिकारक हैं और भाजपा की मानसिकता को उजागर करती हैं।





