राज्यसभा में मंगलवार को आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बिहार में चुनाव प्रचार, उद्धाटन कार्यक्रम और फिल्मी सितारों से मिलने में व्यस्त रहे, लेकिन पहलगाम में शहीद हुए जवानों की पीड़ा जानने के लिए मौके पर नहीं पहुंचे।
संजय सिंह ने सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री की प्राथमिकता क्या है? उन्होंने कहा, “आप चुनाव छोड़कर पहलगाम जा सकते थे, लेकिन आपने ऐसा नहीं किया। सवाल ये है कि देश के प्रधानमंत्री की पहली प्राथमिकता शहीदों के परिवार होने चाहिए या फिर प्रचार?”
जया बच्चन ने उठाई आपत्ति, संजय सिंह ने दी सफाई
संजय सिंह की फिल्मी सितारों से जुड़ी टिप्पणी पर सपा सांसद जया बच्चन ने आपत्ति जताई। उन्होंने कहा, “जिस तरीके से आपने फिल्म सितारों की बात कही, वह कुछ डेरोगेटरी (अपमानजनक) लगा। यही मेरा उद्देश्य था।”
इस पर संजय सिंह ने स्पष्ट किया कि उनका मकसद किसी समुदाय या वर्ग को ठेस पहुंचाना नहीं था। “मैं सिर्फ यह कह रहा हूं कि प्रधानमंत्री कहां गए और कहां नहीं गए, इसका सवाल है। हम उनकी प्राथमिकता पर सवाल उठा रहे हैं, फिल्मी सितारों से कोई नाराजगी नहीं है।”
‘प्रधानमंत्री अदृश्य अवतार हैं’ – संजय सिंह का व्यंग्य
अपने बयान में संजय सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री अवतार हैं, “वो अदृश्य रहकर भी कहीं भी मौजूद हो सकते हैं। उन्हें शारीरिक रूप से उपस्थित रहने की ज़रूरत नहीं। वो प्रकट हो जाते हैं। वो नॉन-बायोलॉजिकल हैं। उन्होंने आगे कहा, प्रधानमंत्री कहते हैं कि वे 18-18 घंटे काम करते हैं, फिर भी वो संसद में दो घंटे क्यों नहीं दे सकते? आप सांसद ने अग्निपथ योजना, पैरा मिलिट्री जवानों की पेंशन, और शहीद का दर्जा जैसे मुद्दों को उठाते हुए कहा कि सरकार के पास उद्योगपतियों को लाभ देने के लिए हजारों करोड़ हैं, लेकिन जवानों को सम्मान और सुविधा देने के लिए पैसा नहीं है।





