School News: भारी बारिश का कहर, इन दो राज्यों में बंद रहेंगे स्कूल, 22 जुलाई को रहेगी छुट्टी, आदेश जारी, छात्रों को मिली राहत 

भारी बारिश के कारण दो राज्यों में स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया गया है। आदेश की अवहेलना करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

Manisha Kumari Pandey
Published on -
school news

School News: देश के कई राज्यों में भारी बारिश ने आमजन के जीवन को प्रभावित किया है। कहीं आकाशीय बिजली और गर्जन तो कहीं मूसलाधार वर्षा से लोग परेशान हैं। उत्तराखंड और महाराष्ट्र के कुछ जिलों में बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। जिसे देखते हुए जिलाधिकारियों ने स्कूलों और आँगनबाड़ियों को बंद करने का आदेश जारी किया है। छात्रों के हित में प्रशासन ने 22 जुलाई को स्कूलों में अवकाश घोषित किया है।

उत्तराखंड के इस जिले में बंद रहेंगे स्कूल

उत्तराखंड के उधमसिंघ नगर के सभी शासकीय और निजी स्कूल समेत आँगनबाड़ी केंद्र 22 जुलाई सोमवार को बंद रहेंगे। जिलाधिकारी उदय राज सिंह ने रविवार को आदेश जारी किया है। मौसम विज्ञान विभाग, देहरादून के पूर्वानुमान अनुसार 21 और 22 जुलाई को जिले में भारी बारिश की संभावना है। छात्रों के हित को देखते हुए सभी राजकीय/परिषदीय/सहायता प्राप्त/मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों और आँगनबाड़ियों को संचालन 22 जुलाई को बंद रखने का निर्णय लिया गया है। आदेश की अवहेलना करने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

महाराष्ट्र के भंडारा में भी स्कूलों में रहेगा अवकाश 

बारिश के कारण महाराष्ट्र वासियों की परेशानी बढ़ चुकी है। फिलहाल, राहत की उम्मीद नहीं है। कई इलाकों में बारिश को लेकर अलर्ट भी जारी किया है, इसमें गोंदिया, गडचिरोली, नागपुर, चन्द्रपुर और भंडारा शामिल हैं। भंडारा में मूसलाधार बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है, जिसके बाद जिलाधिकारी ने 22 जुलाई को स्कूल, कॉलेजो और आँगनबाड़ी केंद्रों को बंद करने का आदेश जारी कर दिया है।

मौसम विभाग ने भंडारा में भारी बारिश की संभावना जताई है। जिले के कई इलाकों में जलभराव हो सकता है। बाढ़ की स्थिति भी बन सकती है। रास्तों में पानी भरने के कारण आवागमन भी प्रभावित हो सकता है। ऐसे में छात्रों के हित को मद्देनजर रखते हुए स्कूल और कॉलेजों का संचालन सोमवार को बंद रखने का फैसला लिया गया है।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News