वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व मंत्री ने अपने घर में लगाई फांसी, जांच में जुटी पुलिस

Pooja Khodani
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रायपुर, डेस्क रिपोर्ट। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव से बड़ी दुखद खबर सामने आई है। वरिष्ठ भाजपा नेता (BJP Leader) और पूर्व मंत्री रजिंदरपाल सिंह भाटिया (Rajinderpal Singh Bhatia) ने खुदकुशी कर ली है। रविवार को पूर्व मंत्री का शव अपने छुरिया स्थित निवास में लटका हुआ मिला।पुलिस ने अभी किसी भी सुसाइड नोट मिलने की पुष्टि नही की है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रजिन्दर पाल सिंह भाटिया के निधन पर गहरा दुःख प्रकट किया है।

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मिली जानकारी के अनुसार, रविवार शाम राजनांदगांव के छुरिया स्थित अपने मकान के कमरे में छत्तीसगढ़ की ​खुज्जी विधानसभा क्षेत्र के दिग्गज भाजपा नेता व पूर्व मंत्री रजिंदर पाल सिंह भाटिया ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।उस वक्त घर में कोई नहीं था, लेकिन जैसे ही परिवार वाले जब घर पहुंचे तो रजिंदरपाल को फांसी पर झूलता देखते ही चौंक गए। इसके बाद आनन फानन में पुलिस  (Chhattisgarh Police) और एंबुलेंस को सूचना दी गई।बताया जा रहा है कि वे बीते कई दिनों से बीमार चल रहे थे। अपनी सेहत की वजह से वे परेशान थे।

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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) ने पूर्व मंत्री और खुज्जी के पूर्व विधायक रजिंदरपाल सिंह भाटिया के निधन पर गहरा दुःख प्रकट किया है।  सीएम बघेल ने रजिंदरपाल सिंह भाटिया के शोक-संतप्त परिवारजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है।

राजनैतिक करियर पर एक नजर

  • जिंदरपाल सिंह भाटिया राजनांदगांव की खुज्जी विधानसभा सीट से तीन बार विधायक रहे।
  • रमन सिंह सरकार (Raman Singh Government) के पहले कार्यकाल में मंत्री बने।
  • फिर सीएसआईडीसी का चेयरमैन
    रजिंदरपाल सिंह भाटिया साल 2003 में बीजेपी के टिकट पर विधायक बने थे।
  • साल 2008 और 2013 में हुए चुनाव में पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया ।
  • इसके बाद निर्दलीय चुनाव लड़ा और हार गए।

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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