जयपुर, डेस्क रिपोर्ट| कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता व राजस्थान में गहलोत सरकार के कैबिनेट मंत्री भंवरलाल मेघवाल (bhanwarlal meghwal) का सोमवार की शाम निधन हो गया। वे लंबे वक्त से गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल (Medanta Hospital) में वेंटिलेटर पर चल रहे थे। वे 72 वर्ष के थे। सुजानगढ़ से विधायक रहे मेघवाल गहलोत सरकार में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग एवं आपदा राहत प्रबंधन विभाग का जिम्मा संभाल रहे थे|
मेघवाल ने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में आखिरी सांस ली। वह कई बीमारियों से जूझ रहे थे। 18 दिन पहले यानी 29 अक्टूबर को ही उनकी बेटी बनारसी मेघवाल की भी मौत हुई थी। मेघवाल के निधन की खबर से कांग्रेस में शोक की लहर दौड़ गई।
भंवरलाल मेघवाल की तबियत 13 अप्रैल को खराब हुई थी। उन्हें ब्रेन हेमरेज हुआ था। शुरूआत में उन्हें जयपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालात में सुधार न होने पर 13 मई को उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया। यहां वह आइसीयू में भर्ती थे। उनके निधन के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित शेष नेताओं ने ट्वीट कर शोक संवेदना व्यक्त की।
वे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पिछली सरकार में शिक्षा मंत्री रह चुके हैं। वे वर्तमान में चुरु के सुजानगढ़ से विधायक थे। सुजानगढ़ विधानसभा क्षेत्र से मेघवाल 1980, 1990, 1998, 2008, 2018 में विधायक चुने गये|
पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा, ‘राजस्थान के कैबिनेट मंत्री, मास्टर भंवरलाल मेघवाल जी के निधन से दुखी हूं. वह एक अनुभवी नेता थे, जो राजस्थान की सेवा करने के बारे में भावुक थे. दुख की इस घड़ी में, उनके परिवार और समर्थकों के प्रति मेरी संवेदना.’