वरिष्ठ पूर्व विधायक का निधन, दल बदलने के बाद भी लगाई थी जीत की हैट्रिक

Pooja Khodani
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जौनपुर, डेस्क रिपोर्ट। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के जौनपुर जिले (Jaunpur district) से बड़ी खबर मिल रही है। वरिष्ठ सपा नेता (Senior SP Leader) और पूर्व विधायक ज्वाला प्रसाद यादव (Former MLA Jwala Prasad Yadav) का निधन हो गया है। आज 14 फरवरी यानि वैलेंटाइन डे (Valentine’s Day) पर रविवार दोपहर में 69 वर्षीय यादव ने मछलीशहर के ही घोरहा जमालपुर स्थित पैतृक आवास पर अंतिम सांस ली।

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ज्वाला प्रसाद यादव लंबे समय से बीमार चल रहे थे। वे जौनपुर जिले की मछलीशहर विधानसभा सीट (Machilishahar Assembly Seat) से चार बार विधायक (MLA) चुने गए थे।उनका नाम जुझारु तेवरों और तेज तर्रार नेताओं में शुमार था। तत्कालीन सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) ने पार्टी में शामिल कराया था। उनके निधन की खबर लगते ही राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर दौड़ गई है।

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सपा नेता श्याम सिंह यादव ने ट्वीट (Tweet) कर शोक व्यक्त किया है। यादव ने लिखा है कि पूर्व विधायक ज्वाला प्रसाद यादव जी के निधन की खबर सुनकर स्तब्ध एवं आहत हूँ। ऐसे मिलनसार, कर्तव्यनिष्ट, जुझारू नेता के जाने से जनपद व प्रदेश की अपूरणीय क्षति हुई है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और परिवारजनों को इस दुःख को सहने की शक्ति दें।

ऐसा रहा राजनैतिक सफर

  • वर्ष 1989 में पहली बार जनता दल के टिकट पर विधायक निर्वाचित हुए।
  • वर्ष 1991 में भी वह विधायक बनकर विधानसभा पहुंचे।
  • वर्ष 1993 में सपा के सिंबल पर चुनाव (Election) लड़े और जीत की हैट्रिक लगाई।
  • वर्ष 1996 में भी वह सपा प्रत्याशी के रुप में निर्वाचित हुए।
  • वर्ष 2002 और 2007 में भी चुनाव लड़े लेकिन असफल हुए।
  • वर्ष 2012 में उन्होंने अपना दल में शामिल हुए.
  • मुंगराबाद शाहपुर विधानसभा सीट (Mungarabad Shahpur Assembly Seat) लड़े लेकिन हार गए।

 

वरिष्ठ पूर्व विधायक का निधन, दल बदलने के बाद भी लगाई थी जीत की हैट्रिक

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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