केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान के अगले बीजेपी अध्यक्ष बनने की अटकलों ने तब जोर पकड़ा, जब सोमवार को उनकी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात हुई। ग्वालियर में मंगलवार को जब उनसे इस बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने सीधा जवाब देने के बजाय किसानों के कल्याण पर अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। चौहान ने कहा, “मैं कृषि मंत्री हूं और मेरी एकमात्र भक्ति किसानों के प्रति है।”
पूर्व मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री ने अपनी बात को और स्पष्ट करते हुए महाभारत का जिक्र किया। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री ने मुझे कृषि और ग्रामीण विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी है। खेती मेरे शरीर के हर रोम में बसी है, किसान मेरी हर सांस में हैं। अर्जुन की तरह, जो केवल चिड़िया की आंख पर ध्यान देता था, मेरा एकमात्र लक्ष्य उत्पादन बढ़ाना, ग्रामीण क्षेत्रों का विकास करना और किसानों की आय बढ़ाना है।”
वर्तमान भूमिका से आगे कुछ नहीं सोचा
चौहान ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने अपनी वर्तमान भूमिका से आगे कुछ नहीं सोचा है। उन्होंने कहा, “मैंने किसानों के अलावा कुछ और नहीं सोचा, न ही किसी ने मुझसे ऐसा करने को कहा। किसानों की सेवा मेरे लिए पूजा है, और मैं इस पूजा को जारी रखना चाहता हूं।” उन्होंने ग्वालियर में 64वें अखिल भारतीय गेहूं और जौ अनुसंधान कार्यकर्ता सेमिनार में यह बात कही, जहां उन्होंने 14-15 सितंबर को दिल्ली में देश की सबसे बड़ी रबी सम्मेलन की घोषणा भी की।
लगातार उत्पादन बढ़ाने पर काम
शिवराज सिंह चौहान ने जोर देकर कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार लगातार उत्पादन बढ़ाने, लागत कम करने, उचित मूल्य सुनिश्चित करने, प्राकृतिक आपदाओं में राहत प्रदान करने, कृषि में विविधता लाने और भविष्य की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा, “हमारे लिए, किसानों की सेवा करना भगवान की पूजा करने के समान है।”





