Sim Card KYC Verification : इन दिनों पूरे देशभर में नकली सिम कार्ड से जुड़े धोखाधड़ी के काफी मामले सामने आ रहे हैं। जिसे रोकने के लिए दूरसंचार विभाग द्वारा तेजी से कार्य किया जा रहा है। दूरसंचार विभाग (डीओटी) कस्टमर आईडी के उपयोग से फ्रॉड और नकली सिम कार्ड के मुद्दों से निपटने के लिए मानदंडों में बदलाव कर रहा है। इसके तहत, अब एक आईडी पर केवल 5 सिम ही जारी होगी। जिसे लेकर आप खुद भी सेल्फ KYC वेरिफिकेशन करवा सकते हैं। जिसका प्रोसेस बहुत ही आसान और सुरक्षित होता है। यह आपको खुद ही अपनी वैधता सत्यापित करने का अधिकार देता है और आपको नकली सिम कार्ड से बचाने में मदद करता है।
जानिए सेल्फ KYC वेरिफिकेशन प्रोसेस
- सेल्फ KYC वेरिफिकेशन प्रोसेस के लिए आपको अपने मोबाइल फोन पर एक एप्लिकेशन को डाउनलोड करना होगा।
- इसके बाद आपको अपने नाम, पता, जन्मतिथि और अन्य आवश्यक जानकारी के साथ सेल्फी लेनी होगी।
- आपके द्वारा दी गई जानकारी और सेल्फी तुरंत वेरिफाइड किये जाएंगे।
- इसके अलावा, आपको अपने परिवार/ रिश्तेदारों/ परिचित व्यक्तियों के मोबाइल नंबर का भी उपयोग किया जा सकता है।
- आपको उनके मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाएगा जिसे आपको एप्लिकेशन में दर्ज करना होगा।
- आपके द्वारा दर्ज किया गया ओटीपी भी सत्यापित किया जाएगा।
- वेरिफिकेशन के लिए, आपको अपने इलेक्ट्रॉनिक वेरिफाइड Pol/ PoA डॉक्यूमेंट या लाइसेंसधाररी के डिजिलॉकर डिटेल्स का उपयोग करना होगा।
- इसमें आप अपने आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी कार्ड, जन्म प्रमाण-पत्र, बैंक स्टेटमेंट आदि को अपलोड कर सकते हैं।
- इससे आपकी पहचान और पता सत्यापित किए जाते हैं और आपके सिम कार्ड का वेरिफिकेशन हो जाएगा।
आधार से करें वेरिफिकेशन
- कस्टमर एप्लीकेशन फॉर्म (CAF) में ऑटोमेटिक डिटेल जैसे कि आधार नंबर और नाम, पता, आदि आ जाते हैं।
- बाकी आवश्यक फील्ड जैसे कि ईमेल आईडी, बैंक अकाउंट डिटेल्स, सिम कार्ड नंबर और आवेदक के अन्य विवरण ग्राहक द्वारा पोर्टल, ऐप या वेबसाइट पर भरने होंगे।
- इसके अलावा, कस्टमर को अपनी क्लियर लाइव फोटो या वीडियो को एप्लीकेशन फॉर्म के साथ अपलोड करना होगा।
- यह सुनिश्चित करेगा कि वे वास्तविक हैं और सेल्फ KYC प्रक्रिया के अनुसार उनकी पहचान सत्यापित की जा सकती है।
बनेगा KYC का नया नियम
दरअसल, नकली सिम कार्ड के मामले में दूरसंचार विभाग ने कई उपाय अपनाए हैं जैसे नए KYC नियम बनाना, सिम कार्ड एक्टिवेशन के लिए एक आईडी पर सिम कार्डों की संख्या को घटाना इत्यादि। इसके अलावा, दूरसंचार विभाग ने अन्य सुरक्षा उपाय भी बढ़ाए हैं जैसे कॉल ड्रॉप लिस्ट (CDR) का उपयोग करना, नकली सिम कार्ड खरीदने वालों की गिरफ्तारी करना, सुरक्षा समस्याओं को निपटने के लिए एक अलग संस्था बनाना इत्यादि। इससे होने वाली धोखाधड़ी को कम किया जा सकता है।
बता दें कि दूरसंचार विभाग (DoT) एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड डिजिटल इंटेलिजेंस यूनिट (AI & DIU) विंग द्वारा फाइनेंशियल फ्रॉड और नकली सिम कार्ड के मुद्दों से निपटने के लिए अगले 6 महीने में नए KYC नियम जारी कर सकता है। यह नए नियम के तहत, दस्तावेजों के डिजिटल वेरिफिकेशन के माध्यम से सिम जारी किया जाएगा।
पोर्टल पैन-इंडिया लॉन्च करने की योजना
इसके अलावा, दूरसंचार विभाग दो महीने के भीतर टेलीकॉम एनालिटिक्स फॉर फ्रॉड मैनेजमेंट एंड कंज्यूमर प्रोटेक्शन (TAF-COP) पोर्टल पैन-इंडिया लॉन्च करने की योजना बना रहा है। यह पोर्टल फ्रॉड प्रतिबंधन के लिए नए तकनीकों का उपयोग करेगा और उपभोक्ताओं के अधिकारों की रक्षा करेगा। फिलहाल, यह पोर्टल आंध्र प्रदेश, केरल, राजस्थान, तेलंगाना और जम्मू- कश्मीर जैसे कुछ राज्यों में ही सक्रिय है और शीघ्र ही इसे पूरे देश में लॉन्च किया जाएगा
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है।)