भारत का हर एक शहर अलग-अलग महत्व के लिए जाना जाता है। देश के चारों कोनों में स्थित शहर विकास को लेकर अपनी अलग-अलग भूमिका निभाते हैं। जिसमें न केवल सरकार की साझेदारी होती है, बल्कि आम जनता भी अपना अहम योगदान देते हैं। कुछ शहर सांस्कृतिक धरोहर के रूप में प्रसिद्ध है, तो कुछ शहरों को शिक्षा का गढ़ माना जाता है। कुछ शहर अपने साथ इतिहास समेटे हुए हैं, तो कुछ शहर उद्योगों के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। कुछ शहर ऐसे हैं, जहां लोगों को रोजगार मिलता है। तो कुछ शहर ऐसे हैं, जहां लोग अपने सपनों को उड़ान देने के लिए पहुंचते हैं।
इससे पहले हम आपको भारत के सबसे बड़े शहर से रूबरू करवा चुके हैं, लेकिन आज हम आपको उस शहर के बारे में बताने जा रहे हैं जो जनसंख्या के हिसाब से भारत का सबसे छोटा शहर है।

भारत का सबसे छोटा शहर
भारत में साल 2011 में आखिरी बार जनगणना हुई थी, जिसके अनुसार जनसंख्या के मामले में भारत का सबसे छोटा शहर कपूरथला है, जो कि पंजाब में स्थित है। साल 2011 की जनसंख्या के मुताबिक, यहां की कुल आबादी 98,163 है। जिनमें पुरुषों की संख्या 53,801 और महिलाओं की संख्या 45,115 थी। इस शहर को पंजाब का पेरिस भी कहा जाता था। यह शहर अपनी खूबसूरत इमारतों और सड़कों के लिए जाना जाता है। एक समय ऐसा था, जब यहां पर सफाई का स्तर बहुत अधिक था।
कपूरथला (Kapurthala)
इस शहर में भारतीय रेलवे की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री स्थित है। शहर का नाम संस्थापक नवाब कपूर सिंह के नाम पर पड़ा था। इस शहर की स्थापना 11वीं शादी में हुई थी। 1780 में यह प्रिंसिपल स्टेट का कैपिटल बना, जिसके बाद 1948 में यह भारत के हिस्से में आया। 1 लाख से भी कम आबादी वाले इस शहर की खूबसूरती एक जमाने में शाही महल और राजघरानों से हुआ करती थी। हालांकि, अब जनसंख्या में बढ़ोतरी की पूरी संभावनाएं है।
दूर से आते हैं पर्यटक
पर्यटन की बात करें, तो यहां आज भी इमारतों का शाही अंदाज देखने के लिए लोग दूर-दराज से आते हैं। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलता है। साथ ही अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलती है। यहां जगतजीत पैलेस की खूबसूरती के साथ-साथ एलिसी पैलेस भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है। जगजीत पैलेस में कभी महाराज जगजीत सिंह रहा करते थे, लेकिन अब इसका इस्तेमाल सैनिक स्कूल के रूप में किया जाता है।
आप भी जाएं घूमने
यदि आपको कभी भारत के सबसे छोटे शहर को घूमने का मौका मिले, तो आप यहां पर जरूर जाएं। यहां के खूबसूरत नजरे आपका मन मोह लेंगे। इसके अलावा, आपको यहां का स्थानीय कल्चर देखने को मिलेगा। यहां के लोग अधिकतर सिख धर्म के हैं। यहां आपको हर गली चौराहे में गुरुद्वारा देखने को मिलेगा, जहां आप भी जाकर मत्था टेक सकते हैं। अपने परिवार के लिए सुख और शांति की कामना कर सकते हैं।