खुशखबरी! अब ज्यादा मिलेगा PF पर ब्याज, 5000 हजार हो सकती है पेंशन

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नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट।  सरकार(government) भविष्य निधि (पीएफ) (Provident Fund (PF)) खाते में जमा राशि ( deposited Amount) पर अधिक लाभ देने की प्रक्रिया को लेकर काम कर रही है। संसदीय समिति द्वारा गठित लेबर पैनल (Labor Panel constituted by Parliamentary Committee) इस दिशा में काम करेगा। इस कार्य़ से जुड़े तीन लोगों ने यह जानकारी दी है कि पिछले महीने गठित लेबर पैनल अगले सप्ताह मिलकर बैठक करने वाला है। पहली बैठक में ही, पैनल कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के तहत 10 ट्रिलियन फंड(10 trillion fund) के प्रबंधन, प्रदर्शन और निवेश का मंथन करेगा। इसके साथ ही, पैनल यह भी विचार करेगा कि संगठित और असंगठित क्षेत्र में काम करने वालों के लिए ईपीएफओ को अधिक लाभदायक कैसे बनाया जाए।

गौरतलब है कि पिछले एक साल में ईपीएफओ (EPFO) और उसके फंड के प्रबंधन की कोई जांच नहीं हुई है। इससे जुड़े एक व्यक्ति ने कहा कि अब फंड मैनेजर इसके फंड को बाजार में निवेश कर रहे हैं, तो हम इसका आकलन करना चाहते हैं। पैनल के सदस्य कोरोना वायरस और लॉकडाउन के कारण ईपीएफओ फंड पर प्रभाव का भी आकलन करेंगे।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।