दिल्ली के पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया एक बार फिर केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा करते दिखाई दिए। उन्होंने SSC एग्जाम को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। मंत्री का कहना है कि जिस कंपनी को एग्जाम की जिम्मेदारी सौंपी गई है, वह व्यापम घोटाले में शामिल रही है। उन्होंने परीक्षाएं स्थगित करने की मांग भी कर डाली है।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व शिक्षा मंत्री हाल ही में SSC परीक्षाओं की तैयारी करवाने वाले कुछ शिक्षकों से मुलाकात करने के लिए पहुंचे। उन्होंने इस बात की चिंता जताई कि लाखों छात्रों का भविष्य अधर में लटका हुआ है। इसका कारण उन्होंने परीक्षा में की जा रही भारी गड़बड़ी को बताया।
मनीष सिसोदिया का केंद्र पर निशाना
मनीष सिसोदिया ने कहा कि “मैंने आज शिक्षकों से मुलाकात की। जो स्थिति उन्होंने मुझे बताई है उसके बाद मैं देश के सामने एक बात रखने जा रहा हूं। एग्जाम करवाने के नाम पर पॉलीटिकल कनेक्शन रखने वाली एक कंपनी को जिम्मेदारी दे दी गई है। यह कंपनी बच्चों के साथ जो मजाक कर रही है, वो हैरान करने वाला है। मंत्री ने यह भी कहा कि बच्चों से एग्जाम के लिए जो सवाल पूछे जा रहे हैं। उनमें उत्तर के ऑप्शन ऐसे दिए गए हैं जो सवाल का असली उत्तर हो ही नहीं सकता। इस दौरान मंत्री कुछ सवाल और उनके जवाब भी पढ़ते दिखाई दिए।
क्यों भाजपा बच्चों के भविष्य के साथ इतना भद्दा मज़ाक कर रही है? परीक्षा में बे-सिर-पैर के सवाल पूछे गए हैं।
क्यों एक घटिया कंपनी, जिसके नाम पर व्यापम घोटाला है, को SSC की परीक्षाएं करवाने का कॉन्ट्रैक्ट दिया गया?
भारत के 70–80 लाख मेहनती बच्चों की परीक्षा को मज़ाक बना देना,… pic.twitter.com/3zDCmeFWxa
— Manish Sisodia (@msisodia) August 7, 2025
घोटाले में शामिल कंपनी को जिम्मेदारी
मनीष सिसोदिया ने कहा कि जिस कंपनी को परीक्षा आयोजित करने की जिम्मेदारी दी गई है। वह घोटाला में शामिल रह चुकी है। इसके बावजूद भी इसे इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौंप दी गई है। मंत्री ने यह सवाल भी उठाया की क्या हम दुनिया के सामने यह बताना चाहते हैं कि हमारे पास 70-80 लाख बच्चों की ठीक से परीक्षा कराने की समझ भी नहीं है। वह कहते दिखाई दिए कि बच्चों ने कठिन मेहनत के बाद यह दिन देखा है। किसी ने खेत में काम करके तो किसी ने ट्यूशन पढ़ाकर फीस जोड़ी है। इसके बावजूद भी उन्हें टूटी कुर्सियों और खराब परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा देनी पड़े, तो यह परीक्षा नहीं उनके सपनों की हत्या है। उन्होंने केंद्र सरकार को राजनीतिक एजेंडा से ऊपर उठकर देश के भविष्य को बचाने की बात कही है।
SSC परीक्षा स्थगित करने की कही बात
मनीष सिसोदिया ने यह कहा कि “केंद्र सरकार से मेरी विनती है कि 70 लाख बच्चों के भविष्य से बिल्कुल मत खेलिए।” उन्होंने 13 अगस्त से शुरू होने वाली एसएससी सीजीएल की एग्जाम स्थगित करने की मांग भी की है। मंत्री ने यह भी कहा कि जिन केंद्रों पर परीक्षा होनी है वहां की हालत खराब है। कहीं तबेले में परीक्षा हो रही है तो कहीं पर छात्र को ही निरीक्षक बना दिया गया है।





