राज्य सरकार का तोहफा, मानदेय में भारी वृद्धि, इन्हें मिलेगा लाभ, खाते में बढ़कर आएगी इतनी राशि

सीएम ने इन शिक्षकों का मानदेय 3,000 रुपये से दोगुना कर 6,000 रुपये प्रति माह किया जाएगा।

honorarium hike

Employees Teacher Honorarium Hike : दशहरे से पहले ओडिशा सरकार ने शिक्षकों को बड़ा तोहफा दिया है। सीएम मोहन चरण माझी ने झारखंड में ओडिया स्कूलों के शिक्षकों का मानदेय में वृद्धि का ऐलान किया है। सीएम ने इन शिक्षकों का मानदेय 3,000 रुपये से दोगुना कर 6,000 रुपये प्रति माह किया जाएगा।इसके अलावा पिछली सरकार द्वारा वादा किए गए 1,000 रुपये के बकाए का भुगतान पूर्वव्यापी प्रभाव से किया जाएगा।

झारखंड दौरे पर पहुंचे ओडिशा के सीएम मोहन चरण माझी ने कहा कि ओडिशा विधानसभा की एक हाउस कमेटी जल्द ही वहां का दौरा करेगी और वहां के ओडिया भाषी लोगों की समस्याओं का पता लगाएगी तथा उसकी रिपोर्ट के आधार पर कदम उठाए जाएंगे। बता दे कि झारखंड के पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला और खारसुआ क्षेत्रों में 40 लाख से अधिक ओडिया भाषी लोग रहते हैं। इससे पहले नवीन पटनायक सरकार उत्कल सम्मिलनी के हस्तक्षेप के बाद झारखंड के ओडिया स्कूलों के शिक्षकों को 3,000 रुपये का मानदेय दे रही थी, हालांकि बीजद सरकार ने इस राशि को बढ़ाकर 4,000 रुपये करने की घोषणा की थी, लेकिन इसे लागू नहीं किया गया है।

बिहार के इन अफसरों का भी मानदेय बढ़ा

बिहार की नीतिश कुमार सरकार ने विशेष निगरानी इकाई, पटना में सीबीआई से सेवानिवृत्त से पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी को संविदा पर नियोजित करने का प्रस्ताव स्वीकृत किया। अब इन्हें 70000 की जगह 95000 रुपए मानदेय मिलेंगे। इसके साथ ही वाहन के लिए 35000 मासिक के स्थान पर 40000, आवास के लिए 12000 के स्थान पर 30000 और मोबाइल के लिए 1000 की बजाय 1500 रुपए हर माह दिया जाएगा।वही मंत्रिमंडल ने जहां पति-पत्नी दोनों पुरानी पेंशन योजना प्राप्त करते थे उनकी मृत्यु के बाद संतान को दोहरी पेंशन की ऊपरी सीमा तय करने का प्रस्ताव स्वीकृत किया गया है। इसके पुरानी पेंशन से आच्छादित माता-पिता की संतान जो दिव्यांग है उसे पेंशन के रूप में उच्चतर वेतन का 50 और 30% ही मिलेगा।


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Pooja Khodani

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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