राज्य सरकार ने लगाई 22 जनवरी प्राण प्रतिष्ठा लाइव कार्यक्रम पर रोक, प्रसाद, भजन, पूजा पर भी रोक, भड़कीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण

Sanjucta Pandit
Updated on -

Nirmala Sitharaman : पूरे देश में 22 जनवरी को अयोध्या में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर अलग ही उत्साह देखने को मिल रहा है। बता दें कि इस दिन होने वाले कार्यक्रम का हर राज्य में लाइव प्रसारण किया जाएगा। इसके साथ ही सभी जगह पुलिस-प्रसाशन अलर्ट मोड पर है। इसी बीच तमिलनाडु सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए राज्य में लाइव प्रसारण को देखने पर प्रतिबंध लगा दिया है। जिस पर राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है। वहीं, दूसरी तरफ इस मामले को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की प्रतिक्रिया देखने को मिली है। बता दें कि उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X (पूर्व में ट्विटर) पर डीएमके सरकार की आलोचना करते हुए कड़ी निंदा की है।

राज्य सरकार ने लगाई 22 जनवरी प्राण प्रतिष्ठा लाइव कार्यक्रम पर रोक, प्रसाद, भजन, पूजा पर भी रोक, भड़कीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण

वित्त मंत्री ने किया ट्वीट

दरअसल, उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “तमिलनाडु सरकार ने 22 जनवरी को अयोध्या राम मंदिर में होने वाले कार्यक्रमों के लाइव प्रसारण को बैन कर दिया है। साथ ही पूजा, भजन, प्रसाद, अन्न के दान पर भी रोक लगा दी गई है। पुलिस भी प्राइवेट मंदिर के संचालकों को धमकाने का काम कर रही है जबकि यहां पर 200 से अधिक राम मंदिर है।”

आगे लिखी ये बात

इसको लेकर केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर लिखा, “तमिलनाडु के कई हिस्से ऐसे हैं, जहां लोगों को भजन करने, गरीबों को खाना खिलाने और खुशी मनाने से रोका जा रहा है जबकि वहां के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा करते देखना चाहते हैं। सीतारमन ने इस रोक को I.N.D.I गठबंधन के डीएमके का हिंदू विरोधी कदम बताया है।”

सीताराम ने फैसले वाले दिन का जिक्र करते हुए कहा कि इस सरकार को जब अयोध्या राम मंदिर को लेकर फैसला आया था और जिस दिन पीएम मोदी ने राम मंदिर का शिलान्यास किया था उस दिन कोई समस्या नहीं थी, फिर अब क्यों?

BJP ने साधा निशाना

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के लाइव प्रसारण के तमिलनाडु सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाने पर भारतीय जनता पार्टी ने INDI गठबंधन पर निशाना साधा है। बीजेपी ने अपने ऑफिशियल हैंडल से पोस्ट करते हुए इसे INDI ALLIANCE राम विरोधी मानसिकता बताया है।

INDI एलाइंस को राम से नफरत क्यों?

बीजेपी ने लिखा कि तमिलनाडु की स्टालिन सरकार ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लाइव टेलीकास्ट पर लगाई रोक, पूजा-पाठ की अनुमति नहीं दी। इसपर बीजेपी ने सवाल भी किया कि “आखिरकार INDI गठबंधन को भगवान श्री राम से इतनी नफरत क्यों?”

राम विरोधी मानसिकता हुई उजागर

तमिलनाडु सरकार द्वारा लिए गए इस फैसले पर बीजेपी ने कहा, ‘INDI गठबंधन की भगवान श्री राम विरोधी मानसिकता फिर उजागर हो गई है’।


About Author
Sanjucta Pandit

Sanjucta Pandit

मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

Other Latest News