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Fri, Dec 19, 2025

उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले रस्साकशी, टीडीपी-शिवसेना सांसदों की बैठक, राधाकृष्णन को लेकर बनेगी रणनीति

Written by:Mini Pandey
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भारत के संविधान के अनुच्छेद 66(1) के अनुसार, उपराष्ट्रपति का चुनाव आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के माध्यम से एकल हस्तांतरणीय मत द्वारा किया जाता है और मतदान गुप्त रहता है।
उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले रस्साकशी, टीडीपी-शिवसेना सांसदों की बैठक, राधाकृष्णन को लेकर बनेगी रणनीति

तेलुगु देसम पार्टी (टीडीपी) के संसदीय दल के नेता लवु श्रीकृष्ण देवरायलु ने आज नई दिल्ली में अपने आवास पर सभी पार्टी सांसदों की बैठक बुलाई है। यह बैठक राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन की जीत सुनिश्चित करने के लिए रणनीति बनाने के उद्देश्य से आयोजित की जा रही है। दोपहर 12 बजे होने वाली इस बैठक में अधिकतम मतों के साथ राधाकृष्णन की जीत सुनिश्चित करने पर चर्चा होगी। उपराष्ट्रपति चुनाव 9 सितंबर को होना है, जिसमें एनडीए के राधाकृष्णन का मुकाबला इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार जस्टिस (सेवानिवृत्त) बी सुदर्शन रेड्डी से होगा।

एनडीए की सहयोगी पार्टी शिवसेना भी इस मुद्दे पर सक्रिय है। शिवसेना के संसदीय नेता श्रीकांत शिंदे ने सोमवार को दोपहर 12:30 बजे अपने आवास पर एक बैठक बुलाई है। शिंदे ने सभी शिवसेना सांसदों को रविवार रात तक दिल्ली पहुंचने के निर्देश दिए गए। इस बैठक में मतदान प्रक्रिया और सावधानियों के बारे में सांसदों को जानकारी दी जाएगी, ताकि राधाकृष्णन को अधिकतम वोट मिल सकें।

 स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा

उपराष्ट्रपति का पद जगदीप धनखड़ के 21 जुलाई को संसद के मॉनसून सत्र के पहले दिन स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा देने के बाद खाली हुआ था। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), जो एनडीए का हिस्सा है, ने 7-8 सितंबर को संसद कार्यालय का आयोजन किया है और सोमवार को अपने सांसदों के लिए मतदान प्रक्रिया पर एक अभ्यास सत्र भी आयोजित करेगी।

मतदान पूरी तरह होता है गुप्त

भारत के संविधान के अनुच्छेद 66(1) के अनुसार, उपराष्ट्रपति का चुनाव आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के माध्यम से एकल हस्तांतरणीय मत द्वारा किया जाता है और मतदान गुप्त रहता है। यह चुनाव राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव अधिनियम, 1952 के तहत निर्वाचन आयोग द्वारा अधिसूचित किया जाता है।