भारत बहुत सारे राज्यों से मिलकर बना है और वह सभी राज्य जिले से मिलकर बने हैं। यहां एक से बढ़कर एक बड़े-बड़े राज्य, जिला और शहर हैं। जिनकी अपनी अलग-अलग पहचान है। हर शहर अलग-अलग महत्व के लिए जाना जाता है। कुछ शहर ऐसे हैं, जहां रहना-खाना हर किसी के बस की बात नहीं है, तो कुछ शहर ऐसे भी हैं, जहां लोग कमाने के साथ-साथ अपने परिवार का भरण-पोषण भी अच्छी तरह से कर रहे हैं। कुछ शहर उद्योग के लिए जाना जाता है, तो कुछ शहर ऐसे हैं, जहां लोग अपने सपने को पूरा करने के लिए पहुंचते हैं। कुछ शहर शिक्षा का गढ़ माना जाता है, तो कुछ शहर ऐसा भी है, जो पर्यटन स्थलों के लिए भी प्रसिद्ध है।
पिछले कई आर्टिकल्स में हम आपको यह बता चुके हैं कि देश का सबसे महंगा शहर कौन सा है, देश का सबसे बड़ा जिला कौन सा है। आज हम आपको भारत कि उस जिले से रूबरू करवाएंगे, जिनके नाम में केवल दो अक्षर आते हैं।

दो अक्षर वाला जिला
अच्छे से अच्छे धुरंधर भी इस सवाल का जवाब नहीं दे पाते हैं। हालांकि, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों से अक्सर इस तरह के सवाल पूछ लिए जाते हैं, तो वहीं सामान्य ज्ञान के लिहाज से भी इस सवाल का जवाब पता होना जरूरी है। भारत में मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कुल 797 जिले हैं। यहां स्थित हर जिले का अपना अलग इतिहास है।
मऊ जिला (Mau District)
दरअसल, इस जिले का नाम मऊ है, जो कि उत्तर प्रदेश में स्थित है। यह एक ऐसा जिला है, जिसके नाम में दो अक्षर आते हैं। कहा जाता है इस जिले का इतिहास रामायण और महाभारत काल से जुड़ा हुआ है, जहां सांस्कृतिक और पुरातात्विक अवशेष पाए गए हैं। साल 1988 में इस जिले को आजमगढ़ से अलग किया गया और जिले के रूप में मान्यता दी गई। इसका इतिहास सैकड़ों वर्ष पुराना है।
वस्त्र उद्योग के लिए प्रसिद्ध
यह एक औद्योगिक शहर होने के साथ-साथ वस्त्र उद्योग के लिए भी प्रसिद्ध है। इसे बुनकर शहर के रूप में भी जाना जाता है। यहां एक से बढ़कर एक मंदिर मौजूद है, जहां सुबह शाम श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिलती है। यदि आपको कभी इस शहर को घूमने का मौका मिले, तो जरुर यहां जाएं। साथ ही यहां के स्थानीय कल्चर को नजदीक से देखें।